सरायख्वाजा का भादों छठ मेला आज

सरायख्वाजा का ऐतिहासिक परंपरागत भादों छठ मेला रविवार को है। मेला परिसर में पूर्व संध्या पर शनिवार को ही दुकानें सज गई हैं। किसानों व घरेलू उपयोग के लकड़ी के बने सामानों के जगह- जगह स्टॉल लग गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 Sep 2018 09:37 PM (IST) Updated:Sat, 15 Sep 2018 09:37 PM (IST)
सरायख्वाजा का भादों छठ मेला आज
सरायख्वाजा का भादों छठ मेला आज

जागरण संवाददाता, मल्हनी (जौनपुर): सरायख्वाजा का ऐतिहासिक परंपरागत भादों छठ मेला रविवार को है। मेला परिसर में पूर्व संध्या पर शनिवार को ही दुकानें सज गई हैं। किसानों व घरेलू उपयोग के लकड़ी के बने सामानों के जगह-जगह स्टॉल लग गए हैं। मेला परिसर में साफ-सफाई का मुकम्मल इंतजाम किया गया है। ग्राम प्रधान ने पुलिस महकमे से सुरक्षा व्यवस्था के लिए अतिरिक्त पुलिस फोर्स की तैनाती किए जाने का आग्रह किया है।

बता दें, भादों छठ मेले की परंपरा काफी पुरानी है। सरायख्वाजा बाजार में एक मंदिर है। इससे सटी हुई मस्जिद भी है। इसके पीछे एक विशाल क्षेत्र में फैला दुर्गा कुंड तालाब है। मान्यता है कि इस तालाब में नहाने से लोगों को दाद, खाज, खुजली, सफेद दाग जैसे रोगों से मुक्ति मिलती है। मेले में पूर्वांचल के ही विभिन्न जिलों नहीं बल्कि अन्य प्रांतों से भी लोग आते हैं। एक सप्ताह पहले से ही तीन किलोमीटर की परिधि में शाहगंज-जौनपुर मार्ग पर लकड़ी से बने सामान हल, मेज, कुर्सी, स्टूल, चौका, बेलन एवं किसानों के लिए खुरपी, हंसिया, कुदाल, फरसा आदि की दुकानें सजने लगती हैं। जिला कृषि विभाग द्वारा मेला क्षेत्र में विभिन्न कंपनियों के ट्रैक्टर, चार पहिया वाहन, बाइक, जनरेटर के स्टाल लगाए जाते हैं। जिला प्रशासन की तरफ से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का रंगारंग आयोजन भी होता है। इसमें क्षेत्रीय कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। मेले को भव्य बनाने के लिए ग्राम प्रधान पति शैलेश कुमार ¨सह ने काफी पहले से ही साफ-सफाई कराने के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन से अतिरिक्त पुलिस फोर्स के लगाए जाने की बात कही है।

chat bot
आपका साथी