फर्जी कहानी रचने वाले हीरा व्यवसायी के प्रेम में फंसी पुलिस

यह तस्वीर देखिए, जो पुलिस लाइन के मी¨टग हाल की है। एसपी दिनेश पाल ¨सह की बगल सम्मानित तरीके से बैठा सख्श कोई पुलिस महकमें का अधिकारी नहीं, बल्कि 1.70 लाख रुपये लूट की फर्जी कहानी रचने वाला हीरा व्यवसायी नागेश दुबे है, जो बड़े ही बेबाकी से अपनी बात रख रहा था। उधर नागेश के इस नाटक का खुलासा कर रहे एसपी, पता नहीं किस प्रेम से वशीभूत होकर बार-बार व्यवसायी को श्री.,श्री.कहते हुए

By JagranEdited By: Publish:Sat, 03 Nov 2018 11:34 PM (IST) Updated:Sat, 03 Nov 2018 11:34 PM (IST)
फर्जी कहानी रचने वाले हीरा व्यवसायी के प्रेम में फंसी पुलिस
फर्जी कहानी रचने वाले हीरा व्यवसायी के प्रेम में फंसी पुलिस

जागरण संवाददाता, जौनपुर : यह तस्वीर देखिए, जो पुलिस लाइन के मी¨टग हाल की है। एसपी दिनेश पाल ¨सह की बगल में सम्मानित तरीके से बैठा सख्श कोई पुलिस महकमे का अधिकारी नहीं, बल्कि 1.70 लाख रुपये लूट की फर्जी कहानी रचने वाला हीरा व्यवसायी नागेश दुबे है, जो बड़े ही बेबाकी से अपनी बात रख रहा था। उधर नागेश के इस नाटक का खुलासा कर रहे एसपी, पता नहीं किस प्रेम में वशीभूत होकर बार-बार व्यवसायी को श्री.,श्री. कहते हुए संबोधित कर रहे थे। जिसे देख हर कोई सिस्टम पर सवाल खड़ा करते हुए एक ही बात कह रहा था आखिर, हीरा व्यवसायी पर पुलिस इतनी मेहरबार क्यों।

रायबरेली के हीरा व्यवसायी नागेश दुबे 31 अक्टूबर की सुबह अपनी कार खुद चलाते हुए वाराणसी और जौनपुर में हीरा सप्लाई करने निकले थे। रात करीब सवा दस बजे बजे उन्होंने पुलिस को फोन कर सूचना दी कि कुछ बदमाशों ने उनको गोली मार कर एक करोड़ 70 लाख की लूट लिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक ने प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए एसटीएफ समेत आइजी और डीआइजी को इसमें लगा दिया। पूरे दो दिन तक टीम इधर-उधर हाथ मारती रही। अचानक मामले का अनावरण कर पुलिस ने राहत की सांस ली। खुद एसपी ने बताया कि पुलिस की विवेचना में यह बात सामने आई कि 31 अक्टूबर की रात साढ़े नौ बजे नागेश दुबे की कार में दो बाइक सवार पीछे से टक्कर मार दिए। नागेश ने गाड़ी रोक दिया। इसके बाद बाइक सवार उनकी गाड़ी के आगे की बायीं तरफ की कांच तोड़ दिए। इसका विरोध करने पर नागेश के बाएं हाथ में गोली मार दिए और पीड़ित ने मुकदमा बनाने के उद्देश्य से लूट की घटना की सूचना पुलिस को दी। इसके चलते पुलिस ने पूर्व में दर्ज लूट के मुकदमे की धारा बदल दी है, लेकिन यह सब बताने के लिए उन्होंने अपने बगल एक कुर्सी लगवा दी थी। जिसे 1.70 करोड़ लूट की झूठी कहानी तैयार करने वाले व्यापारी को ही पेश की गई। यही नहीं मीडिया से बातचीत में खुद एसपी जुबान से व्यापारी को श्री-श्री कहते दिखे, जबकि कई बार व्यापारी ने भी माइक संभाला। इस पर मीडिया कर्मियों ने इस संबंध में सवाल क्या पूछ लिया, जिसे सुन पहले एसपी सकपका गए। कुछ नहीं सूझा तो सवाल को बहस बता कर टरका दिए। हीरा व्यावसायी ने साफ शब्दों में मीडिया को बताया कि लूट की फर्जी शिकायत दर्ज कराई थी और उसने ही पुलिस को फर्जी लूट के बारे में बताया। जबकि दावे को दरकिनार करते हुए पुलिस ने भी जांच में खुलासा किए जाने का दंभ भरा।

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