हमारा संविधान धार्मिक ग्रंथों के समान पवित्र

जागरण संवाददाता मल्हनी (जौनपुर) सेंटजांस स्कूल सिद्दीकपुर में आयोजित संविधान दिवस पर गुरुवार

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 05:16 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 12:07 AM (IST)
हमारा संविधान धार्मिक ग्रंथों के समान पवित्र
हमारा संविधान धार्मिक ग्रंथों के समान पवित्र

जागरण संवाददाता, मल्हनी (जौनपुर): सेंटजांस स्कूल सिद्दीकपुर में आयोजित संविधान दिवस पर गुरुवार को प्रधानाचार्य फादर पी. विक्टर ने कहा कि 26 नवंबर 1949 में भारत का संविधान बनकर तैयार हुआ और आंशिक रूप से लागू किया गया। हमारे संविधान निर्माताओं ने इस दिन को अविस्मरणीय बनाने के लिए इस दिन को संविधान दिवस के रूप में मनाने का निश्चय किया। कोविड-19 महामारी को देखते हुए इस बार सादगीपूर्ण ढंग से संविधान दिवस मनाया गया।

फादर पी. विक्टर, शिक्षक एवं विद्यार्थियों ने पुष्पांजलि देकर अपने संविधान को नमन किया। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में प्रधानाचार्य ने कहा कि हमारा संविधान हमारे लिए बाइबिल, गीता, कुरान, गुरुग्रंथ साहिब आदि धर्मग्रंथों के समान पवित्र है। अत: अपने संविधान का सम्मान एवं उसके अनुरूप आचरण करना हम सबका नैतिक कर्तव्य है। इस अवसर पर सिस्टर निकोलस, प्रेमशंकर यादव, नीरज मिश्र, प्रवीण कुमार उपाध्याय, संतोष त्रिपाठी, अरविद मिश्र, परवेज अहमद, अमित राय, गिरीश कुमार गुप्ता, सौरभ सिन्हा, तबस्सुम, समीना फारूकी, नीलम मिश्रा, रंजना पांडेय आदि उपस्थित थे।

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