बुखार होने पर अवश्य कराएं मलेरिया की जांच

जागरण संवाददाता, जौनपुर : विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर मंगलवार को सीएमओ कार्यालय सभागार में संगोष्ठ

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 Apr 2017 01:01 AM (IST) Updated:Wed, 26 Apr 2017 01:01 AM (IST)
बुखार होने पर अवश्य कराएं मलेरिया की जांच
बुखार होने पर अवश्य कराएं मलेरिया की जांच

जागरण संवाददाता, जौनपुर : विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर मंगलवार को सीएमओ कार्यालय सभागार में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर बीमारी के कारण, लक्षण व बचाव के उपाय बताए गए। वक्ताओं ने कहा कि किसी भी प्रकार का बुखार आने पर मलेरिया की अवश्य जांच कराएं। दिवस पर केंद्र सरकार द्वारा जारी इंड मलेरिया फार गुड का संदेश जारी किया गया।

गोष्ठी को संबोधित करते हुए सीएमओ डा. रवींद्र कुमार ने कहा कि दिवस का उद्देश्य देश में जनमानस को मलेरिया की जानकारी देना और बीमारी के उन्मूलन के लिए जागरूक किया जाना है। उन्होंने बताया कि मलेरिया उन्मूलन के लिए विभिन्न चरणों में 2027 तक का केंद्र सरकार ने लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने जनपदवासियों से अपील किया कि मलेरिया की जांच, उपचार, दवाएं सरकारी चिकित्सालयों में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।

बुखार आने पर नजदीक के राजकीय चिकित्सालय में अवश्य जांच कराएं। जिला मलेरिया अधिकारी डा. वीपी ¨सह ने कहा कि मलेरिया एक मच्छर जनित बीमारी है। जिसका संक्रमण मादा एनाफिलीज मच्छर द्वारा एक अस्वस्थ व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति तक किया जाता है। बारिश के मौसम में जब मच्छरों का घनत्व बढ़ जाता है तब मलेरिया रोग के संक्रमण की प्रबल संभावना होती है। मलेरिया की जांच सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त की जाती है। इस मौके पर चिकित्सक व आस-पास के लोग मौजूद रहे।

मलेरिया के प्रमुख लक्षण :-

तेज ठंडक व कंपकंपी के साथ बुखार आना, निश्चित समयांतराल पर बुखार की पुनरावृत्ति होना, ज्वर उतरते समय अत्यधिक पसीना होना, रक्त अल्पता व कमजोरी होना, एंटी मलेरियल के अतिरिक्त अन्य कोई भी एंटीबायोटिक लेने पर आराम न होना।

मलेरिया से बचाव के उपाय :-

- मच्छरों का प्रजनन ठहरे हुए जल में होता है, इसलिए घर के आस-पास नालियों गड्ढों या अन्य जगहों पर जल जमाव न होने दें, साप्ताहिक अंतराल पर जल जमाव के स्थान पर थोड़ा सा मिट्टी का तेल या जला हुआ मोबिल डाल दें। घर के आस-पास साफ-सफाई का विशेष ध्यान दें, सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करें, ऐसे कपड़े पहनें जिसमें हाथ पैर ढंका रहे। खुले अंगों पर मच्छररोधी क्रीम या तेल लगाएं। बुखार होने पर नजदीकी चिकित्सालय में मलेरिया की जांच अवश्य कराएं।

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