वध को बिहार ले जाए जा रहे 15 गोवंश बरामद

जागरण संवाददाता मीरगंज (जौनपुर) स्थानीय पुलिस ने मंगलवार की रात अमाई गांव के पास घेराबंद

By JagranEdited By: Publish:Thu, 12 Nov 2020 12:29 AM (IST) Updated:Thu, 12 Nov 2020 12:29 AM (IST)
वध को बिहार ले जाए जा रहे 15 गोवंश बरामद
वध को बिहार ले जाए जा रहे 15 गोवंश बरामद

जागरण संवाददाता, मीरगंज (जौनपुर): स्थानीय पुलिस ने मंगलवार की रात अमाई गांव के पास घेराबंदी कर ट्रक से वध को बिहार ले जाए जा रहे 15 गोवंश को बरामद किया। तस्कर ट्रक व बाइक छोड़कर भाग निकले। पुलिस पशु क्रूरता अधिनियम सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश में जुटी है।

पशु तस्कर जरौना मार्ग से नेउरापार होते हुए आए दिन पुलिस की आंख में धूल झोंककर गोवंश वध के लिए ले जाते हैं। मंगलवार की रात किसी ने पुलिस उच्चाधिकारियों को सूचना दी कि उक्त मार्ग से तस्कर ट्रक में गोवंश वध के लिए बिहार ले जाने वाले हैं। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार, जंघई पुलिस चौकी प्रभारी हरि नारायण पटेल, एसआइ संदीप कुमार शर्मा ने हमराही कांस्टेबलों के साथ घेराबंदी कर ली। थोड़ी देर में आगे बाइक सवार व उसके पीछे ट्रक आते दिखा। पुलिस को देखते ही पशु तस्कर ट्रक व बाइक छोड़कर अंधेरे का फायदा उठाते हुए भाग निकले। पुलिस को तलाशी के दौरान ट्रक से 15 गाय व बछड़े मिले। सभी के मुंह व पैर रस्सी से बंधे हुए थे। पुलिस ने बरामद गोवंश को भरण-पोषण के लिए आसपास के ग्रामीणों को सिपुर्द कर दिया। ट्रक व बाइक को थाने लाकर पुलिस ने सीज कर दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि तीन अज्ञात आरोपितों के विरुद्ध पशु क्रूरता अधिनियम सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। हत्या व जालसाजी के मामले में मुकदमा दर्ज करने का आदेश

जागरण संवाददाता, जौनपुर: सरपतहां थाना क्षेत्र के कसियापुर निवासी वादिनी रीना सिंह के पति की संपत्ति धोखाधड़ी व जालसाजी करके बैनामा कराने तथा उनकी हत्या करने के पांच आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश सीजेएम ने थानाध्यक्ष सरपतहां को दिया।

रीना सिंह ने कोर्ट में धारा 156 (3) के तहत अपने अधिवक्ता के माध्यम से आरोपितों के खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया। कहा कि सभी साजिश करके पति उग्रसेन सिंह को गुमराह कर उन्हें तहसील शाहगंज ले गए और फर्जी एवं कूटरचित दस्तावेज तैयार करवाकर बिना कोई रुपया दिए अशोक कुमार के पक्ष में फर्जी बैनामा करवा दिया। बैनामा के बाद आरोपित उन्हें यह कहकर ले गए कि उनका इलाज कराएंगे। 10 जुलाई 2020 को वादिनी को बताया कि इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वह लोग शव को भी जला दिए। आरोप है कि आरोपितों ने वादिनी के पति को गुमराह कर उनका अपहरण किया गया व साक्ष्य मिटाने हत्या कर शव जला दिया। थाना व पुलिस अधीक्षक को दरखास्त देने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। कोर्ट ने प्रथम²ष्टया गंभीर मामला पाते हुए आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया।

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