14 गांवों में अभी तक नहीं बन सका एक भी आयुष्मान कार्ड

जनपद के पांच ब्लॉक में 14 गांव ऐसे हैं जहां अभी तक

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 04:54 PM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 04:54 PM (IST)
14 गांवों में अभी तक नहीं बन सका एक भी आयुष्मान कार्ड
14 गांवों में अभी तक नहीं बन सका एक भी आयुष्मान कार्ड

जागरण संवाददाता, उरई : जनपद के पांच ब्लॉक में 14 गांव ऐसे हैं जहां अभी तक एक भी गोल्डन कार्ड नहीं बन सका है। जिसको लेकर अब एक नवम्बर से विशेष अभियान चलाकर योजना का शत फीसदी लाभ लोगों तक पहुंचाया जाएगा।

चिकित्सा, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश शासन के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद द्वारा दिए गए निर्देशानुसार जनपद के पांच ब्लॉक डकोर, महेवा, जालौन, कोंच, नदीगांव के 14 गांवों में विशेष शिविर का आयोजन किया जाएगा। इन गांवों में नहीं बने है गोल्डन कार्ड

डकोर ब्लॉक के बांधा, किशोरा, लहरिया रूरल, सिधौली, महेवा ब्लॉक के हरखुपुर, हिम्मतपुर दिवारा, घसियरेपुर, कोंच ब्लॉक् के बमरा, जालौन ब्लॉक् के जालौन ़खास, लहर जालौन व नदीगांव ब्लॉक के डंग सजेरा, खिल्ली कोच, महलगांव व शाहपुरा में अभी तक एक भी कार्ड नहीं बने है। 87598 के बने गोल्डन कार्ड

योजना में जनपद के कुल 105042 परिवार सम्मिलित है। जिनमें 103682 लाभार्थी परिवार प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में व 1360 परिवार मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान में सम्मिलित हैं। योजना की शुरुआत से अब तक 87598 लाभर्थियों का गोल्डन कार्ड बनाया जा चुका है। 5751 लाभार्थी निशुल्क उपचार की सुविधा जनपद के 14 पंजीकृत चिकित्सालयों के साथ प्रदेश व देश के विभिन्न पंजीकृत चिकित्सालयों में सुविधाएं मिल रही है। वीएलई के माध्यम से बनेगा कार्ड देने होंगे 30 रुपये

इस विशेष अभियान में कॉमन सर्विस सेन्टर के माध्यम से गोल्डन कार्ड बनाया जाएगा। जिसमे लाभार्थियों को 30 रुपए प्रति कार्ड देने होंगे। परिवार के सभी सदस्य का अलग अलग कार्ड बनेगा, जिसके लिए प्रति व्यक्ति भुगतान किया जाना है।

यह लाने होंगे दस्तावेज

अभियान में लाभार्थियों को अपने परिवार के सभी सदस्यों के साथ प्रधानमंत्री का पत्र, राशन कार्ड, आधार कार्ड या अन्य कोई पहचान पत्र लाना अनिवार्य है। बिना कार्ड बनवाना संभव नही होगा।

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