जिलेभर में छापेमारी, दस अवैध क्लीनिक सील

बुखार और डेंगू के प्रकोप के बीच मरीजों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे झोलाछाप चिकित्सक ।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 01:23 AM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 01:23 AM (IST)
जिलेभर में छापेमारी, दस अवैध क्लीनिक सील
जिलेभर में छापेमारी, दस अवैध क्लीनिक सील

जागरण टीम, हाथरस : डेंगू और बुखार के बढ़ते प्रकोप में झोलाछाप चिकित्सकों की मनमानी पर अंकुश के लिए सोमवार को डीएम रमेश रंजन के आदेश पर पूरे जिले में छापामार कार्रवाई की गई। एसडीएम व एसीएमओ की टीमों ने अवैध रूप से संचालित 10 क्लीनिक सील किए।

एसडीएम सादाबाद अंजलि गंगवार के निर्देशन में सादाबाद के राया रोड स्थित कौशिक क्लीनिक, पुष्पेन्द्र कौशिक क्लीनिक, संस्कार हास्पिटल, जीएस क्लीनिक मंस्या और एके क्लीनिक का संयुक्त निरीक्षण किया। एके क्लीनिक पर संचालक डा. पवन कौशिक मिले, जिनके पास रजिस्ट्रेशन नहीं था। चिकित्सक की वैध डिग्री न होने तथा झोलाछाप के रूप में मरीजों को उपचार देने पर क्लीनिक सील कर दिया। कौशिक क्लीनिक, पुष्पेंद्र क्लीनिक को अनियमिता पाए जाने पर सील किया गया।

ओसी कलक्ट्रेट नीतू रानी व एसीएमओ डा. मुकेश कुमार की संयुक्त टीम को श्रीराम पैथोलाजी लैब मुरसान बंद मिली। पीके शर्मा का क्लीनिक बंद मिला। डा. बृजेन्द्र हृदेश क्लीनिक मुरसान पर डा. विजेंद्र ने जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी हाथरस का पंजीकरण दिखाया जो 27 अप्रैल 2017 तक ही वैध था। क्लीनिक पर एलोपैथिक दवाएं मिलीं। होम्योपैथिक की कोई दवा नहीं मिली। स्पष्टीकरण मांगा गया है। मुरसान में सुरेश चंद्र शर्मा के क्लीनिक आयुर्वेदाचार्य विद्यापीठ दिल्ली का प्रमाणपत्र एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी हाथरस का पंजीकरण पाया गया जबकि क्लीनिक पर एलोपैथिक दवाई व इंजेक्शन मिले। आवश्यक कार्रवाई को निर्देशित किया गया।

ओसी कलक्ट्रेट मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में एक टीम ने बंगाली क्लीनिक बिसावर का निरीक्षण किया। डा. बंगाली उर्फ रेवती मोहन विश्वास मिले। उनपर बीएससी की डिग्री थी। पूर्व में नोटिस दिया था मगर प्रेक्टिस नहीं छोड़ी, इनका क्लीनिक सील कर दिया गया। बीके दंत क्लीनिक बिसावर पर ताला लगाकर खिसक गए। तस्दीक के बाद उसे भी सील कर दिया गया। गुरुकृपा क्लीनिक बिसावर को भी सील कर दिया गया। डा. हरीशंकर क्लीनिक बिसावर के बारे में एक दुकानदार ने जानकारी दी कि कल से चिकित्सक नहीं आ रहे हैं। मां वैष्णो क्लीनिक बिसावर को बंद करके चले गए, जिसे सील कर दिया। इनके संचालक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सादाबाद पर कागज दिखाने आए थे। जो कि अपूर्ण पाए गए। इनपर जिला होम्योपैथिक अधिकारी का रजिस्ट्रेशन नहीं था।

एसडीएम सदर राजकुमार सिंह ने प्रभारी चिकित्साधिकारी के साथ ग्राम महौ में संचालित ओम क्लीनिक का निरीक्षण किया। डा. अवधेश कुमार जोशी बीएएमएस हैं, यहां छह मरीज भर्ती पाए गए, जिनका इलाज एलोपैथिक पद्धति से हो रहा था। ओम क्लीनिक महौ का लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति की गई है।

उपायुक्त स्वत: रोजगार अशोक कुमार व एसीएमओ डा. नरेश कुमार गोयल व प्रभारी चिकित्साधिकारी सीएचसी हसायन डा. आरके वर्मा ने नगर क्षेत्र हसायन व ग्रामीण क्षेत्र हसायन में आठ अवैध क्लीनिकों पर छापेमारी की और नोटिस चस्पा किए। जिला विकास अधिकारी अवधेश सिंह यादव के साथ प्रभारी चिकित्साधिकारी, सीएचसी सहपऊ, प्रकाश मोहन के साथ तहसील सादाबाद के अन्तर्गत सहपऊ कस्बे में संचालित डा. दानेश क्लीनिक, डा. जुगेंद्र चौधरी क्लीनिक एवं डा. बंटू क्लीनिक का निरीक्षण किया। इस दौरान डा. दानेश क्लीनिक तथा डा. जुगेन्द्र क्लीनिक के संचालकों के पास चिकित्सा की डिग्री नहीं मिली, जिसमें तीन दिन का नोटिस दिया।

डा. बंटू क्लीनिक के संचालक डा. नत्थीलाल के पास चिकित्सक की डिग्री मिली, जिसकी वैधानिक जांच कराई जा रही है।

एसडीएम सिकंदराराऊ राजेश कुमार, एसीएमओ डा. बृजेंद्र सिंह तथा सिकंदराराऊ के चिकित्सा अधीक्षक डा. रजनेश यादव ने कलावती अस्पताल को सील कर दिया। मुस्कान हॉस्पिटल पर भी छापा पड़ा। इस अस्पताल का 2019-20 का रजिस्ट्रेशन था, जो रिनुअल नहीं कराया गया था। मुस्कान हॉस्पिटल को एक सप्ताह का समय दिया गया है।

जीटी रोड पर डा. विजय प्रकाश के क्लीनिक को अनियमितता मिलने पर सील कर दिया गया। इसी प्रकार डा. स्वामी शरण गुप्ता के यहां बड़ी मात्रा में सीरिज और बोतल तथा एलोपैथी की दवाएं पाई गईं। काफी दवाएं एक्सपायर हो चुकी थीं। बीएएमएस की डिग्री होते हुए एलोपैथी का इलाज कर रहे थे, उनके क्लीनिक को भी सील किया गया है। नगर में छापेमारी के बाद अधिकारी अगसौली चौराहा स्थित इंसानों का इलाज करने वाले वेटरेनरी डाक्टर के क्लीनिक पर पहुंचे, लेकिन छापेमारी की भनक लग जाने के कारण वेटरेनरी डाक्टर टीम के पहुंचने से पहले ही क्लीनिक पर ताला जड़कर वहां से चंपत हो गए थे।

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