बंदरों के झुंड का यात्रियों पर झपट्टा

रेलवे स्टेशन पर यात्री के सिर पर अनाज की बोरी देख दौड़े बंदर हाथरस सिटी जंक्शन पर मुसाफिर भयभीत पूरी रात रहता है परिसर में बंदरों का राज

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Nov 2019 12:08 AM (IST) Updated:Mon, 18 Nov 2019 12:08 AM (IST)
बंदरों के झुंड का यात्रियों पर झपट्टा
बंदरों के झुंड का यात्रियों पर झपट्टा

जागरण संवाददाता, हाथरस : हाथरस सिटी स्टेशन पर बंदरों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। कभी-कभी तो यहां मुसाफिर से अधिक बंदर नजर आते हैं। रविवार की दोपहर एक मुसाफिर गाड़ी से अनाज की बोरी लेकर उतरा तो एक बंदर इस शख्स के ऊपर चढ़ गया और घुड़की देकर अनाज से भरी बोरी गिरा ली। इस बीच और भी बंदर वहां आ गए और अन्य मुसाफिरों पर झपट पडे़। जैसे-तैसे मुसाफिरों ने खुद को बंदरों से बचाया।

यूं तो हाथरस में बंदरों का झुंड हर जगह देखने मिल जाएगा, मगर हाथरस सिटी स्टेशन पर बंदरों का उत्पात कुछ ज्यादा ही है। यहां कोई मुसाफिर न तो खाना खा सकता है और न ही यहां से होकर खाद्य सामग्री ही ले जाने की हिम्मत जुटा सकता है। अनजाने में यदि कोई यहां अनाज या कुछ खाने का सामान लेकर आ गया तो उसपर बंदरों के झपट्टे से कोई नहीं बचा सकता है।

ऐसा ही कुछ दिखा रविवार को। दोपहर डेढ़ बजे मथुरा की ओर जाने वाली पैसेंजर गाड़ी रुकी। इसमें से तमाम सवारियां उतरीं। यहां बंदरों का झुंड पहले से इस फिराक में था कि कहीं खाने का सामान दिखे तो छीन लें। इसी बीच एक मुसाफिर के कंधे पर बंदर चढ़ गया और उसे जोरदार घुड़की दी तो अनाज से भरी बोरी जमीन पर आ गिरी। कुछ देर में ही बंदरों के झुंड ने बोरी फाड़कर अनाज खाना शुरू कर दिया। अनाज लेकर आया मुसाफिर का परिवार हमले से बाल-बाल बचा। बंदर की घुड़की से गिरी

बच्ची बुरी तरह घायल

सहपऊ में रविवार की सुबह अपने घर की छत पर खेल रही आठ वर्षीय वंदना पुत्री संतोष कुमार बंदर की घुड़की से डरकर गिर गई। बालिका के चिल्लाने की आवाज सुनकर परिजन दौड़े और उसे फौरन सहपऊ के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां डाक्टरों ने उसकी हालत को गंभीर बताया तो परिजन सीधे दिल्ली ले गए।

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