हैकर्स ने बना दी परिवहन विभाग की वेबसाइट

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By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jan 2019 11:43 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jan 2019 11:43 PM (IST)
हैकर्स ने बना दी परिवहन विभाग की वेबसाइट
हैकर्स ने बना दी परिवहन विभाग की वेबसाइट

जासं, हाथरस : फर्जी वेबसाइट के कारण परिवहन विभाग एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। इस बार हैकर्स ने विभाग की मिलती-जुलती वेबसाइट बनाकर ड्राइविंग लाइसेंस, वाहनों के टैक्स वसूलने के नाम पर लाखों के वारे-न्यारे कर लिए।

लखनऊ संभागीय कार्यालय से इसwww.ह्मह्लश्रश्रठ्ठद्यद्बठ्ठद्ग.ष्श्रद्व फर्जी वेबसाइट का खुलासा हुआ है। इसके बाद पूरे प्रदेश के संभागीय व उपसंभागीय अफसरों को सचेत रहने व लोगों को जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। गत वर्ष भी इसी तरह की मिलती जुलती फर्जी वेबसाइट बनाकर हैकर्स ने परिवहन विभाग के कई अफसरों के लॉग इन व पासवर्ड चोरी कर कई अन्य प्रदेशों के वाहनों को एनओसी जारी कर दी थीं। इसके वाबजूद साइबर हमले को लेकर विभाग ने सतर्कता नहीं बरती।

आरटीओ राधेश्याम के मुताबिक परिवहन विभाग की वास्तविक वेबसाइट है, लेकिन कुछ शरारती तत्वों द्वारा फर्जी बेवसाइट पर ड्राइ¨वग लाइसेंस व वाहन पंजीयन की फीस काटने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि फर्जी वेबसाइट पर आवेदन करने से लोगों की फीस जरूर कट जाएगी, लेकिन लाइसेंस नहीं बनेगा। लोग वेबसाइट की पड़ताल करके ही आवेदन करें। अलीगढ़ संभाग में अभी कहीं ऐसा मामला प्रकाश में नहीं आया है, लेकिन लखनऊ संभागीय कार्यालय में में ऐसा मामला प्रकाश में आया है। फर्जी वेबसाइट से पूर्व में अलीगढ़ में निकाली थीं 116 भर्ती

फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह की सांठगांठ का इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि फरवरी में परिवहन निगम की फर्जी वेबसाइट बनाकर गत वर्ष फरवरी माह में 116 परिचालकों की भर्ती निकाली थीं। पूरे प्रदेश में इनकी संख्या 1931 थी। लखनऊ में ही इसका मुकदमा दर्ज हुआ था, लेकिन अलीगढ़ में कई लोग इस भर्ती की जानकारी को पहुंचे थे। इस भर्ती के लिए कुछ आवेदनकर्ता हाथरस से भी जानकारी को पहुंचे थे। फर्जी लाइसेंस भी आ

चुके हैं पकड़ में

अलीगढ़ परिवहन विभाग से जारी हुए फर्जी ड्राइ¨वग लाइसेंस का मामला दिल्ली में जांच पड़ताल में पकड़ा गया था। आरटीओ प्रवर्तन निर्मल प्रसाद ने भी गत वर्ष एक युवक को चे¨कग के दौरान पकड़ा था जिस पर फर्जी लाइसेंस मिला था। यह लाइसेंस बरेली से जारी हुआ था। इसके अलावा गत वर्ष परिवहन विभाग से मिलती जुलती वेबसाइट बनाकर हैकर्स अफसरों को भी गुमराह करने से नहीं चूके। इस फर्जी वेबसाइट से हैकर्स अफसरों की लॉग इन आइडी हैक कर बाहरी प्रदेश के वाहनों की एनओसी जारी करने का काम कर रहे थे। वर्जन

हमने सभी उपसंभागीय कार्यालय को पत्र जारी कर इस फर्जी वेबसाइट से स्वयं सतर्क रहने व लोगों को भी सतर्क करने को जागरुक करने के निर्देश दिए हैं, जिससे लोग गलतफहमी में इस वेबसाइट का प्रयोग न करें। लोगों को भी चाहिए कि वह पड़ताल कर ही परिवहन से संबंधित कार्यों को करें।

राधेश्याम, आरटीओ अलीगढ़

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