किसानों ने पालने के लिए 1662 निराश्रित गोवंश

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By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Nov 2019 10:11 PM (IST) Updated:Fri, 22 Nov 2019 06:06 AM (IST)
किसानों ने पालने के लिए 1662 निराश्रित गोवंश
किसानों ने पालने के लिए 1662 निराश्रित गोवंश

हरदोई : बेसहारा गोवंश के प्रति शासन की संवेदनशीलता बढ़ती जा रही है। बेसहारा गोवंश को पालने के लिए किसानों को दिए जाने की मुख्यमंत्री निराश्रित गोवंश सहभागिता योजना में अब तक एक हजार 662 बेसहारा गोवंश को पालक मिल सकें। सीवीओ डा. जेएन पांडेय ने बताया कि योजना में किसानों की सहभागिता बढ़ाने की जिम्मेदारी पशु चिकित्साधिकारी, प्रधान एवं पंचायत सचिवों को सौंपी गई है।

निराश्रित पशुओं को संरक्षित किए जाने के लिए संचालित कराए जा रहे अस्थाई पशुआश्रय स्थलों में पशुओं की संख्या बढ़ने से व्यवस्था जुटाने में समस्याएं आनी शुरू हो गई हैं। वहीं शासन ने किसानों को निराश्रित गोवंश पालन को बढ़ावा दिए जाने के लिए सहभागिता योजना दी है। सीवीओ का कहना है कि जिले में अब तक 1662 गोवंश को 961 किसानों को दिया गया है। ऐसे किसानों को पशुओं के भरण-पोषण के लिए प्रति पशु प्रतिमाह 900 रुपये भी दिए जाने का प्रावधान है, जो पशु प्राप्त किए जाने के एक माह की अवधि पूरे होने से शुरू की जाएगी। सात पशुओं को हो चुका टीकाकरण : सीवीओ ने बताया कि खुरपका एवं मुंहपका बीमारी से बचाव के लिए चल रहे राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में जिले में अब करीब सात लाख पशुओं का टीकाकरण कराया जा चुका है। टीकाकरण से 2 लाख 21 हजार 724 गोवंशीय और 4 लाख 79 हजार 731 महीषवंशीय पशुओं को आच्छादित किया जा चुका है।

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