बजट के अभाव का दुखड़ा रोना बंद कीजिए जनाब

जागरण संवाददाता हापुड़ शहर में एक ही स्थान पर मीट मार्केट निर्माण का सपना देख रही

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 08:16 PM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 08:16 PM (IST)
बजट के अभाव का दुखड़ा रोना बंद कीजिए जनाब
बजट के अभाव का दुखड़ा रोना बंद कीजिए जनाब

जागरण संवाददाता, हापुड़ :

शहर में एक ही स्थान पर मीट मार्केट निर्माण का सपना देख रही पालिका के इरादे इस ओर मजबूत नजर नहीं आ रहे हैं, क्योंकि मार्केट के लिए बजट का दुखड़ा रोया जा रहा है। जबकि, हकीकत यह है कि मार्केट में बनने वाली दुकानें की नीलामी की जाएगी। इस नीलामी से प्राप्त होने वाले रुपये से ही नगर पालिका मार्केट का निर्माण करा सकती है। इससे पालिका की आय भी बढ़ेगी।

शहर की सुंदरता को बढ़ाने और एनजीटी के आदेशों का पालन कराने के लिए नगर पालिकाध्यक्ष प्रफुल्ल सारस्वत ने एक ही स्थान पर मीट मार्केट बनाने का निर्णय लिया था, जिसके बाद सिकंदर गेट पर कोटला मेवातियान में दो मंजिला मीट मार्केट बनाने निर्णय लिया गया था। इसका प्रस्ताव बोर्ड बैठक से भी पास हो चुका है लेकिन, नगर पालिका लगातार बजट की कमी का बहाना लेकर इस कार्य में अब रुचि नहीं दिखा रही है। जबकि, इस मार्केट के बनने से नगर पालिका को लाभ ही मिलेगा। आय के स्त्रोत बढ़ेंगे, साथ ही शहर की एक समस्या का समाधान भी हो जाएगी। शहर में होने वाले विकास कार्य भी प्रभावित नहीं होंगे। 1200 वर्ग मीटर में बननी है मार्केट-

नगर पालिका ने 1200 वर्ग मीट से अधिक स्थान में इस मार्केट का नक्शा भी तैयार कराया था, जिसमें करीब 40 दुकानें बनाने का प्रस्ताव है। इन दुकानों में ही कच्चे मीट की बिक्री की जाएगी। इससे जगह-जगह होने वाली गंदगी से भी छुटकारा मिलता। एनजीटी के आदेशों का पालन कराने के साथ ही स्वच्छता रैंकिग में भी सुधार होता। यह करे नगर पालिका -

यदि नगर पालिका असलियत में इस मार्केट का निर्माण चाहती है तो फिर उसे कुछ कदम उठाने होंगे। दुकानों की नीलामी के दौरान दस प्रतिशत का ड्राफ्ट जमा किया जाए। इसके बाद जैसे-जैसे मार्केट बने, उसी प्रकार से उक्त व्यापारियों से पैसा जमा कराया जाए। इससे बजट का अभाव पालिका को नहीं झेलना पड़ेगा। शहर में बंद होगा अवैध कटान -

विक्रेता इस बाजार में मात्र कच्चे मीट की बिक्री कर सकेंगे। जबकि, यहां पर कटान अवैध रहेगा। इससे नालियों में खून बहने जैसी शिकायतों पर भी लगाम लगती। क्या कहते हैं पालिकाध्यक्ष -

शहर में एक ही स्थान पर मीट मार्केट का निर्माण जरूर होगा। इसके लिए जमीन आदि का चयन कर लिया गया है। जल्द ही प्रक्रिया को शुरू कराएंगे। कोरोना के बाद नगर पालिका के पास वर्तमान में बजट का अभाव है। इसलिए पहले आम जन से जुड़े कार्यों को महत्व दिया जा रहा है। - प्रफुल्ल सारस्वत, अध्यक्ष, नगर पालिका परिषद

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