आरोपित अंकुर ने ही रेता था मासूम बालक का गला, अपराध स्वीकारा

देहात थाना क्षेत्र के एक मोहल्ला में डेयरी संचालक के घर में लूटपाट, नाबालिग पुत्री से दुष्कर्म और उसकी हत्या के अलावा मासूम बालक के गला रेतने के मामले में नया राजफाश हुआ है। पुलिस को तफ्तीश में पता लगा है कि गिरफ्तार अंकुर ने ही मासूम का गला रेता था। अपने बच्चे की ¨जदगी बचाने के लिए डेयरी संचालक ने डेयरी में बंधी पांच भैंसों को बिक्री कर दिया है और अस्पताल में पैसा जमा करा दिया है। मदद के लिए कोई हाथ नहीं बढ़ने से परिजन थोड़े मायूस भी हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 Sep 2018 05:57 PM (IST) Updated:Tue, 11 Sep 2018 05:57 PM (IST)
आरोपित अंकुर ने ही रेता था मासूम बालक का गला, अपराध स्वीकारा
आरोपित अंकुर ने ही रेता था मासूम बालक का गला, अपराध स्वीकारा

गौरव शर्मा, हापुड़ : देहात थाना क्षेत्र के एक मोहल्ले में डेयरी संचालक के घर में लूटपाट के बाद नाबालिग पुत्री से दुष्कर्म व उसकी गला दबाकर हत्या और सात वर्षीय बेटे की गला रेतने के मामले में राजफाश हुआ है।

पुलिस को तफ्तीश में पता लगा है कि गिरफ्तार अंकुर ने ही मासूम बेटे का गला रेता था। अपने बच्चे की ¨जदगी बचाने के लिए डेयरी संचालक ने पांच भैंसें बेचकर अस्पताल में पैसा जमा कराए हैं। हालांकि अब बच्चे की हालत स्थिर है।

बता दें कि सात दिन पहले नगर के एक मोहल्ले में रहने वाले डेयरी संचालक के घर में दिनदहाड़े कुछ बदमाशों ने लूटपाट की थी। घटना का विरोध करने पर डेयरी संचालक के सात वर्षीय पुत्र की गर्दन रेत दी गई और घर में मौजूद 12 वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म किया और बाद में उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने डेयरी संचालक के घरेलू सहायक अंकुर राठौर को उसी दिन गिरफ्तार कर लिया था। दूसरा घरेलू सहायक मौके से फरार हो गया था। मंगलवार को इस मामले में नया राजफाश हुआ है। पुलिस सूत्रों की मानें तो गिरफ्तार अंकुर से पुलिस द्वारा पूछताछ की गई तो उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। उसने बताया है कि उसने ही डेयरी संचालक के मासूम पुत्र का गला चाकू से रेता था। इस चाकू को पुलिस द्वारा बरामद कर लिया गया है। फरार आरोपित का इस पूरे घटनाक्रम में अहम योगदान रहा है।

- पिता बोले-पांच भैंसों को बेंचकर बचा रहा बेटे की जान

जागरण की टीम को डेयरी संचालक और उनके परिजन ने बताया कि जिस दिन घटना हुई, उस दिन बदमाश पूरा घर साफ कर गए थे। घर में इतने रुपये भी नहीं थे, कि मासूम की जान बच सके। इस दिन तीन भैंसों को 90 हजार रुपये बेचा और 50 हजार रुपये अस्पताल में जमा करा दिए गए। इसके अलावा दो अन्य भैंसों को भी बेच दिया। परिजन का कहना था कि इस मामले में अभी तक कोई प्रशासनिक मदद नहीं मिलने से वह मायूस भी है। सामूहिक दुष्कर्म की भी हुई पुष्टि-

डेयरी संचालक के घर में मासूम पुत्री के साथ दुष्कर्म नहीं बल्कि सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। इस बात का पर्दाफाश भी मंगलवार को पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा द्वारा किया गया।

पुलिस अधीक्षक का कथन

गिरफ्तार अंकुर ने स्वीकार किया है कि उसने ही डेयरी संचालक के मासूम पुत्र का गला रेता था। सामूहिक दुष्कर्म की भी फरार आरोपित सोनू खटीक की गिरफ्तारी के बाद हुई पूछताछ में हो गई है। इस घटना में कितने अपराधी शामिल थे, इस बात की पूछताछ की जा रही है।

-संकल्प शर्मा, पुलिस अधीक्षक।

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