रातों-रात 15 करोड़ के भुगतान पर खातों में लगी रोक

संस भरुआ सुमेरपुर मनरेगा योजना के सामग्री मद में महज 17 सेकेंड में रातों-रात 15 करोड़

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Feb 2021 06:12 PM (IST) Updated:Wed, 24 Feb 2021 06:12 PM (IST)
रातों-रात 15 करोड़ के भुगतान पर खातों में लगी रोक
रातों-रात 15 करोड़ के भुगतान पर खातों में लगी रोक

संस, भरुआ सुमेरपुर : मनरेगा योजना के सामग्री मद में महज 17 सेकेंड में रातों-रात 15 करोड़ रुपये का भुगतान जिले के 2 ब्लाकों में होने के बाद शासन से आई टीएसी (तकनीकी लेखा परीक्षा समिति) ने फर्मो के खातों में रोक लगा दी है।

गत 19 फरवरी को प्रदेश सरकार ने मनरेगा योजना के सामग्री मद में देर शाम 49 करोड़ रुपये प्रशासनिक मद की बची धनराशि को हस्तांतरित किया था। इस धनराशि से प्रदेश के सभी विकास खंडों में सामग्री मद का भुगतान किया जाना था। सामग्री मद के खाते में धनराशि आते ही देर रात जिले के मौदहा विकासखंड में 12 करोड़ से अधिक तथा सुमेरपुर विकासखंड में लगभग तीन करोड़ का भुगतान कर लिया गया। कुल 15 करोड़ का भुगतान रातों रात महज 17 सेकंड में कर लेने से लखनऊ से लेकर दिल्ली तक चर्चा का विषय बना रहा। सुबह होते ही भुगतान की सत्यता परखने के लिए शासन ने टीएसी जांच टीम गठित कर दी। शासन की टीम ने 20 फरवरी की शाम को ही मुख्यालय में डेरा डाल दिया और 21 फरवरी को सुबह से ही मौदहा पहुंचकर अभिलेख खंगालने शुरू कर दिए। टीम ने भुगतान की गई फर्मो का रिकॉर्ड खंगालने के साथ पंचायतों में कराए गए मनरेगा के पक्के कार्यो का स्थलीय सत्यापन किया। टीम को सब कुछ चकाचक मिला है। इसके बाद भी टीम ने फर्मो को किए गए भुगतान की निकासी पर रोक लगा दी है। टीएसी टीम जांच के बाद वापस लौट गई है। साथ ही भुगतान की सारी प्रक्रिया का रिकॉर्ड एवं कराए गए कार्यो का रिकॉर्ड साथ ले गयी है। जांच कार्य पूर्ण होने के बाद खाता खुलने की उम्मीद है। शासन के निर्देशों का पालन भुगतान प्रक्रिया में नहीं किया गया है। इसलिए अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। टीएससी टीम ने कार्यो की जांच की है। सभी सही पाए गए हैं किसी तरह का फर्जी भुगतान नहीं हुआ है, लेकिन जब तक शासन से क्लीन चिट नहीं मिल जाती है तब तक खातों मे रोक जारी रहेगी।

- कमलेश कुमार, सीडीओ

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