मल्टीनेशनल कंपनी छोड़ 'भरोसे की चाय' बेचने लगे आइआइटियन, स्वाद ऐसा कि हर कोई खिंचा चला आये

गोरखपुर जिले के तीन युवाओं ने आइआइटी जैसी संस्था से बीटेक और एमबीए करने के बाद मल्टी नेशनल कंपनी की नौकरी छोड़कर चाय की दुकान खोली है। इसका नाम इन्होंने भरोसे की चाय रखा है। ऐसे में लोगों का भरोसा भी अब जीतने लगे हैं।

By Pragati ChandEdited By: Publish:Sat, 28 May 2022 04:38 PM (IST) Updated:Sat, 28 May 2022 04:38 PM (IST)
मल्टीनेशनल कंपनी छोड़ 'भरोसे की चाय' बेचने लगे आइआइटियन, स्वाद ऐसा कि हर कोई खिंचा चला आये
भरोसे की चाय की दुकान पर चाय बनाते मोहित। जागरण-

गोरखपुर, जागरण टीम। इंजीनियरिंग या एमबीए जैसी प्रोफेशनल पढ़ाई करके हर युवा बेहतर नौकरी तलाशने में जुट जाता है। कुछ तो सिविल सर्विसेज जैसी नौकरियों के लिए भाग्य आजमाने लगते हैं। मगर गोरखपुर के तीन युवा ऐसे हैं, जिन्होंने आइआइटी जैसी संस्था से बीटेक और एमबीए करने के बाद मल्टी नेशनल कंपनी की नौकरी छोड़कर स्टार्टअप के तौर पर चाय की दुकान खोली है।

यहां खोली है दुकान: सीतापुर आई हास्पिटल के ठीक सामने यह युवा चाय की दुकान चलाते नजर आ जाएंगे। चाय में प्रयोग के शौकीनों को बुलाने के लिए उन्होंने अपनी दुकान का नाम भरोसे की चाय रखा है। इसके पीछे उनका मकसद लोगों का भरोसा जीतकर अपनी चाय का दीवाना बनाना है। अपने इस मकसद में वह कामयाब भी हैं क्योंकि उनकी चाय लोगों का भरोसा जीतने लगी है, जुबां पर चढ़ने लगी है।

एक लाख की नौकरी छोड़ स्टार्टअप चुना: अपनी कार्यशैली से ग्राहकों को प्रभावित करने वाले आइआइटीयन मोहित प्रजापति और उपेंद्र यादव बताते हैं कि वह पहले मल्टी नेशनल कंपनी में नौकरी करते थे। बाकायदा उन्हें एक लाख रुपये तनख्वाह मिलती थी। पर उन्हें लगा कि कुछ अलग करना चाहिए। ऐसे में उन्होंने स्टार्टअप को चुना। स्टार्टअप के तौर पर चाय की दुकान ही क्यों? इस सवाल पर उनका कहना था कि चाय ही ऐसा जरिया है, जिसके माध्यम से अपने स्टार्टअप को ज्यादा से ज्यादा लोगों से जोड़ा जा सकता है।

चाय ऐसी की शौकीन खींचे चले आयें: अच्छी चाय इसके शौकीन लोगों का खींच कर ले ही आती है। उनकी सोच धरातल पर उतरी मकसद पूरा होता दिखने लगा। शिक्षक दिवस के अवसर पर शुरू हुई चाय की दुकान उन युवाओं के मुताबिक अब तक एक लाख से अधिक लोगों का भरोसा जीत चुकी है। इन आइआइटीयन को प्रबंधन मे मदद निकुंज शर्मा कर रहे हैं, जो एमबीए करने के बाद मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड़कर इस कार्य में लगे हुए हैं। इन्होंने अपने चाय की कीमत भी इतनी ही रखी है, जिसे हर कोई आसानी वहन कर सके।

दुकान पर मिलती है सात तरह की चाय अदरक वाली चाय इलायची वाली चाय पान वाली चाय चाकलेट वाली चाय रोज चाय मसाला चाय इंदौरी चाय

चाय दिवस पर मुफ्त चाय पिलाकर जीता दिल: बीते दिनों अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस पर भरोसे की चाय के जरिए जनसेवा कर आइआइटीयन युवाओं ने सभी का दिल जीत लिया। उन्होंने आनड्यूटी पुलिस वालों को मुफ्त चाय पिलाई तो रेलवे स्टेशन पर गरीबों को चाय पिलाकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान उन्होंने बहुत से चाय की दुकान चलाने वालों को चाय बनाने के नए-नए तरीके बताए। व्यवसाय बढ़ाने के टिप्स भी दिए।

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