गोरखपुर में फूलन देवी की मूर्ति स्थापित करने पर माहौल गरमाया

निषाद विकास परिषद ने आज फूलन देवी की मूर्ति को स्थापित करने की योजना तैयार की थी, लेकिन प्रशासन ने मूर्ति को अपने कब्जे में ले लिया।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Mon, 25 Jul 2016 05:15 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jul 2016 05:25 PM (IST)
गोरखपुर में फूलन देवी की मूर्ति स्थापित करने पर माहौल गरमाया

गोरखपुर (जेएनएन)। भगवान गोरक्षनाथ की नगरी गोरखपुर में आज पूर्व सांसद तथा दस्यु सुंदरी फूलन देवी की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर माहौल गरमा गया। निषाद विकास परिषद ने आज फूलन देवी की मूर्ति को स्थापित करने की योजना तैयार की थी, लेकिन प्रशासन ने मूर्ति को अपने कब्जे में ले लिया।

गोरखपुर के बाघागाड़ा में पूर्व सांसद फूलन देवी की 30 फीट ऊंची मूर्ति को प्रशासन ने अपने कब्जे में ले लिया है। राष्ट्रीय निषाद एक परिषद परिषद एवं निषाद विकास संघ द्वारा संयुक्त रूप से इस मूर्ति को आज लगाने की योजना बनाई थी।

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इसके लिए दोनों संगठनों की ओर से कई माह से जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा था। मूर्ति स्थापना के बाद निषाद समाज की रैली चंपा देवी पार्क के सामने गोरखपुर विकास प्राधिकरण के मैदान में रखी गई थी। जिसमें शिरकत करने हजारों लोग जुटे थे।

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बाघागाडा में स्थापित करने के लिए मूर्ति ले जाने से पहले ही प्रशासन ने अपने कब्जे में ले लिया। साथ ही बाघागाडा में बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया गया था। प्रशासन ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने मूर्तियों की स्थापना पर रोक लगा रखी है। इसी कारण बाघागाडा में फूलन देवी की मूर्ति स्थापित करने से रोका गया है।

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राष्ट्रीय निषाद एकता परिषद के संरक्षक डॉ. संजय निषाद ने कहा कि प्रशासन ने मूर्ति स्थापना से रोककर गलत किया। बीस दिन पहले ही हमने प्रशासन को लिखित रूप से मूर्ति स्थापित करने की सूचना दी थी। यह भी बताया था कि पूर्व सांसद फूलन देवी गरीब-शोषित निषाद समाज के लिए प्रेरणास्रोत हैं, लेकिन प्रशासन ने सरकार के दाबव में हमें मूर्ति स्थापित करने से रोक दिया। यह निषाद समाज के साथ अन्याय है। इसके खिलाफ लडाई लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन को यदि मूर्ति स्थापना को लेकर कोई कठिनाई थी तो उसे उसी समय बताना चाहिए था, जब हमने सूचना दी थी।

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दूसरी ओर चंपा देवी पार्क के साथ आयोजित निषाद समाज की रैली में प्रशासन के रवैये का विरोध किया गया। सभी वक्ताओं ने मूर्ति स्थापना से रोकने के लिए प्रशासन की आलोचना की है और चेतावनी दी है कि वे इस अन्याय के खिलाफ आंदोलन चलाएंगे। अब जिला मुख्यालयों पर सरकार के खिलाफ विरोध प्रर्दशन किया जाएगा।

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डा. संजय निषाद ने कहा कि वह सूचना का अधिकार कानून के तहत सरकार से जानकारी मांगेगे कि फूलन देवी की मूर्ति स्थापित करने से रोकने के पहले पिछले एक साल के अंदर कितनी मूर्तियों की स्थापना प्रदेश में की गई है। दूसरे समाज के लोगों को मूर्ति स्थापना की छूट देना और निषाद समाज को ऐसा करने से रोकना अन्याय है।

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