चौरासी कोसी परिक्रमा के लिए रवाना हुआ साधु-संतों एवं श्रद्धालुओं का जत्था

मखौड़ा धाम से चौरासी कोसी परिक्रमा शुरू हो गई है। साधु-संतों और श्रद्धालुओं का जत्था रवाना हो गया है। महिलाओं का जत्था भी चल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 20 Apr 2019 08:31 AM (IST) Updated:Sat, 20 Apr 2019 08:31 AM (IST)
चौरासी कोसी परिक्रमा के लिए रवाना हुआ साधु-संतों एवं श्रद्धालुओं का जत्था
चौरासी कोसी परिक्रमा के लिए रवाना हुआ साधु-संतों एवं श्रद्धालुओं का जत्था

गोरखपुर, जेएनएन। अयोध्या धाम की प्रसिद्ध चौरासी कोसी परिक्रमा का शुभारंभ बस्ती जिले के मखौड़ा धाम से शुक्रवार की भोर में प्रताप नगर बिहार प्रांत के बाबा शिवहरष दास व गया के गऊ बाबा के नेतृत्व में हुआ। महिला संतों का समूह भी यात्रा में शामिल है। मखौड़ा धाम में एक दिन पहले से ही विभिन्न प्रांतों से साधु, संत और नागा साधु जुटने लगे थे।

पौराणिक मनोरमा नदी के घाट पर स्नान, ध्यान के बाद नंगे पांव परिक्रमा मार्ग पर संतों का समूह चलने लगा है। सन्यासियों का जत्था निकलने का सिलसिला शनिवार की सुबह तक जारी रहेगा। यात्रा प्रारंभ होने बाद भी यहां संतों का जमावड़ा बरकरार है। अंतिम जत्था शनिवार को सुबह अयोध्या के संत बाबा गयादास की अगुवाई में रवाना होगा।

परिक्रमा मार्ग राम पथ बन चुका है। सन्यासी राम नाम की गूंज करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। तपती दोपहरी और कंकरीले, पथरीले रास्ते अटूट श्रद्धा और सच्ची तपस्या से सराबोर हैं। भक्ति के जुनून में श्रद्धालुओं के कदम बढ़ते जा रहे हैं। चैत्रपूर्णिमा के मेले से मखौड़ा धाम की रौनक बढ़ी हुई है। मनोरमा के पावन तट पर स्नान के बाद मंदिर में दर्शन-पूजन का सिलसिला जारी है। 84 कोसी परिक्रमा से जुड़ने के लिए गृहस्थ जीवन के लोग भी यहां जुटे हुए हैं। संतों की सेवा भाव के साथ ही भक्ति की गंगा बह रही है। अभी परिक्रमा यात्रा बस्ती जनपद की सीमा में ही गतिमान है। छावनी संवाददाता के अनुसार मखौड़ा से 15 किमी दूर रामरेखा मंदिर में श्रद्धालु धीरे-धीरे पहुंचने लगे हैं। यहां साधु-संत रात्रि विश्राम करेंगे। यहां के बाद श्रद्धालु दुबौलिया ब्लाक के हनुमानबाग चकोही के लिए रवाना होंगे। रास्ते में पड़ने वाले गांवों में स्थानीय लोग संतों के लिए भोजन, पानी, विश्राम आदि का इंतजाम कर उनके पहुंचने के इंतजार में हैं।

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