गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे : अभी सिर्फ मिट्टी भराई का चल रहा काम

यूपीडा के मीडिया सलाहकार दुर्गेश उपाध्‍याय का कहना है कि अभी दो फीसद ही काम हो सका है। लाकडाउन खेतों में खड़ी फसल तथा चिह्नित भूमि पर बाढ़ व बारिश का पानी भरा होने के कारण काम में देरी हो रही है।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Wed, 07 Oct 2020 05:18 PM (IST) Updated:Wed, 07 Oct 2020 10:17 PM (IST)
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे : अभी सिर्फ मिट्टी भराई का चल रहा काम
बेलघाट के पास लिंक एक्सप्रेस वे के लिए निर्माण कार्य का दृश्‍य।

गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण में रफ्तार ही बाधक बनी हुई है। आठ माह में मात्र दो फीसद काम हो पाया है। विभाग कोरोना व जलजमाव को कारण बता रहा है। हालांकि सड़क की सफाई का काम 91 जबकि जमीन अधिग्रहण का 91.3 फीसद काम पूरा हो चुका है। मिट्टी भराई का काम सिर्फ 19.5 फीसद हो पाया है। 10 फरवरी 2020 को शुरू हुए एक्सप्रेस-वे के इस प्रोजेक्ट को 30 माह में पूरा करना है, लेकिन काम की रफ्तार यही रही, तो निर्धारित अवधि में इसके पूरा होने की उम्मीद बहुत कम है।

यहां पर चल रहा निर्माण कार्य

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जुडऩे वाले गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर अभी तक खजनी के सरया तिवारी गांव से बेलघाट के कम्हरिया घाट तक कुछ जगह ही मिट्टी भराई हो रही है। हर्रेडाड़ में अंडरपास, कम्हरिया में पुल तथा तेतरिया में पुलिया का निर्माण हो रहा है।

सहजनवां के जैतपुर से होकर निकल रहे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का बेलघाट के कम्हरिया तक का हिस्सा गोरखपुर जनपद में पड़ता है। खजनी तहसील के चक्का गांव से कम्हरिया घाट तक करीब 12 किलाेमीटर तक कही-कही मिट्टी डाली गई है, उसे बराबर किया जा रहा है। मलांव से चक्का गांव तक करीब सात किलोमीटर तक कुछ स्थानों पर मिट्टी पड़ी है, लेकिन वह जगह बाढ़ के पानी में डूब गई है। इस वजह से काम ठप है। सिकरीगंज-बेलघाट मार्ग पर नकौड़ी के पास साइड कार्यालय है, जहां से हर्रेडाड़ तक बीच-बीच में मिट्टी पड़ी है। खजनी तहसील के भटियारी, सोनारी, जिगिना, गडैया बेदौरा आदि गांवों के आस-पास मिट्टी भराई का कार्य खेतों में फसल होने के कारण बंद है। इसके आगे सरैया तिवारी गांव के पास आमी नदी तक करीब पांच फीट मिट्टी डाली गई है। वहां से जैतपुर तक काम शुरू नहीं हुआ है।

लिंक एक्सप्रेस वे का रूट

सोनवल, कालेसर फोरलेन से शुरू होकर लिंक एक्सप्रेस-वे खजनी, हरनही, सिकरीगंज, बेलघाट, कम्हरियाघाट होते हुए आजमगढ़ के सलारपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से मिलेगा।

लिंक एक्सप्रेस वे

कुल लंबाई- 91.352 किमी।

कुल लागत- 5876 करोड़।

छह लेन का स्ट्रक्चर बनेगा।

चार लेन की सड़क बनेगी।

3.75 मीटर की सर्विस रोड।

सरयू नदी पर छह लेन का पुल बनेगा।

पुल की लंबाई- 1.5 किमी।

पुल की चौड़ाई- 35 मीटर।

पुल की लागत- 6500 करोड़।

अभी पुल और पुलियों के निर्माण पर काम ही शुरू नहीं हुआ

छह अन्य बड़े व 27 छोटे पुल तथा 389 पुलियों का निर्माण किया जाएगा। छोटी-बड़ी गाडिय़ों व पैदल के लिए 101 अंडरपास का निर्माण होगा। निर्माण कार्य कराने वाली कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूपीडा) है। 10 फरवरी 2020 से काम शुरू हुआ और इसके पूर्ण होने की अवधि जुलाई 2022 निर्धारित किया गया है। यूपीडा के मीडिया सलाहकार दुर्गेश उपाध्‍याय का कहना है कि अभी दो फीसद ही काम हो सका है। लाकडाउन, खेतों में खड़ी फसल तथा चिह्नित भूमि पर बाढ़ व बारिश का पानी भरा होने के कारण काम में देरी हो रही है। काम निर्धारित समय में पूरा करने की कोशिश की जाएगी।

chat bot
आपका साथी