बाइक पर बिठाने से इन्कार किया तो मार दी गोली
अपनी मोटरसाइकिल में लिफ्ट न देना एक व्यक्ति को भारी पड़ गया। बदमाशों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
गोरखपुर, जेएनएन। झंगहा क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव में राजगीर हरगुन निषाद (50) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उनके पुत्र ने गांव के ही आपराधिक पृष्ठभूमि के एक युवक और उसके तीन भाइयों पर हत्या करने का आरोप लगाया है। उसकी तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने मुख्य आरोपित राहुल उर्फ खरभान यादव को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजनों ने गांव के पास सड़क पर शव रखकर ढाई घंटे तक प्रदर्शन किया। मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के बाद जाम खत्म हुआ।
उक्त गांव में 19 नवंबर से रुद्र महायज्ञ चल रहा है। यज्ञ स्थल पर रात में रामलीला होती है। हरगुन निषाद, पोते अभिनंदन और भाई सुरेश के साथ रामलीला देखने गए थे। सुरेश बाइक से गए थे। रात में 1:30 रामलीला खत्म होने पर सुरेश बाइक से घर जा रहे थे। इसी दौरान गांव का ही खरभान यादव उनकी बाइक पर बैठ गया और घर छोडऩे के लिए कहने लगा। बताते हैं कि वह शराब के नशे में धुत था। इसलिए सुरेश ने उसे घर छोडऩे से इन्कार कर दिया।
इस बात पर उनके बीच कहासुनी शुरू हो गई। इसी बीच पोते के साथ हरगुन और खरभान के परिवार के लोग भी वहां पहुंच गए। हरगुन, बीच-बचाव करने लगे। आरोप है कि इसी दौरान खरभान और उसके परिवार के लोगों ने हरगुन को पकड़ लिया और लाठी, डंडे से पीटते हुए खींचकर कुछ दूर ले जाने के बाद उनको गोली मार दी। सिर में एक गोली लगने से मौके पर ही उनकी मौत हो गई। उनके पुत्र मुकेश की तहरीर पर पुलिस ने इस मामले में खरभान यादव और उसके भाइयों रमेश, राहुल तथा रामलखन के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। मंगलवार को पुलिस ने भागने की फिराक में खड़े मुख्य आरोपित खरभान को गांव के पास से गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त एक लाठी बरामद की गई है। एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि अन्य आरोपितों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
बाइक की चपेट में आने से बुजुर्ग की मौत
पीपीगंज उपनगर में बाइक की चपेट में आने से दुधई यादव (60) की मौत हो गई। हादसे में बाइक सवार भी घायल है। पीपीगंज के ही एक अस्पताल में उसका उपचार चल रहा है। घटना की सूचना मिलने के बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची तो मृतक के परिजनों ने बाइक अपने कब्जे में ले लिया है। उपनगर के वार्ड संख्या एक निवासी दुधई यादव सुबह सड़क पार कर रहे थे। इसी दौरान तेज रफ्तार में आ रहे बाइक सवार ने उन्हें टक्कर मार दिया। जिससे दुधई के साथ ही बाइक सवार भी सड़क पर गिरकर घायल हो गया। दोनों लोगों को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। जहां से डाक्टरों ने दुधई को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। मेडिकल कालेज में उपचार के दौरान कुछ देर बाद ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
सड़क हादसे में बाइक सवार की मौत, एक घायल
कैंपियरगंज में गोरखपुर-सोनौली मार्ग पर जंगल में अज्ञात वाहन की चपेट में आने से बाइक सवार एक युवक की मौत हो गई। बाइक सवार एक अन्य युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है। राहगीरों से घटना की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने घायल को अस्पताल पहुंचाया। मृतक की पहचान सिद्धार्थनगर जिले के मझगांवा, उस्का बाजार निवासी बेचन (30) के रूप में हुई। वह हाटा, सिद्धार्थनगर निवासी दोस्त राहुल के साथ बाइक से घर जा रहे थे। शाम को सात बजे के आसपास कैंपियगंज कस्बे से निकलकर गोरखपुर-सोनौली राजमार्ग पर जंगल के बीच पहुंचे ही थे कि किसी वाहन ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। जिससे बेचन की मौके पर ही मौत हो गई तथा राहुल गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों युवकों में से किसी ने हेलमेट नहीं पहना था। जबकि सिर में चोट लगने से ही युवक की मौत हुई है तथा दूसरे की हालत गंभीर बनी हुई है।
घेराबंदी में पकड़ा गया गोरखपुर का ईनामी बदमाश
देवरिया : हत्या में वांछित 25 हजार के ईनामी बदमाश को देवरिया में क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से तमंचा व कारतूस भी बरामद हुआ। गोरखपुर पुलिस ने वांछित चल रहे ओमप्रकाश चंद पर ईनाम घोषित किया था। शातिर कुशीनगर के पडरौना जाने की फिराक में था। पुलिस अधीक्षक एन. कोलांची ने बताया कि क्राइम ब्रांच के स्वाट प्रभारी उपनिरीक्षक संतोष सिंह यादव ईनामी बदमाश की गिरफ्तारी में लगे थे। भलुअनी इंस्पेक्टर छोटेलाल के साथ टीम ने सोनाड़ी मोड़ के पास घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दी, इसी बीच बाइक सवार संदिग्ध युवक को घेराबंदी कर पकड़ लिया। पूछताछ में उसकी पहचान गोरखपुर जिले के गगहा थानाक्षेत्र के नर्रे बुजुर्ग गांव निवासी ओमप्रकाश चंद्र पुत्र झुंगई उर्फ रघुराज चंद्र के रूप में हुई। तलाशी के दौरान उसके पास से तमंचा व कारतूस भी बरामद हुआ। जांच पड़ताल में पता चला कि बीते वर्ष गांव में संतप्रसाद की हत्या में वांछित है। केस दर्ज होने के बाद से आरोपित फरार चल रहा था। कुशीनगर के रास्ते वह नेपाल जाने की फिराक में था। ईनामी बदमाश ओमप्रकाश पर गगहा थाने में पहले से मुकदमा दर्ज है। आरोपित के खिलाफ आम्र्स एक्ट का केस दर्ज कर पुलिस ने उसे जेल भेज दिया।