Manish Murder Case: सीडीआर से खुलेगा वसूली का राज, होटल प्रबंधक व कर्मचारियों के नंबर की होगी जांच

दो दोस्‍तों के गोरखपुर घूमने आए कानपुर के व्‍यवसायी मनीष गुप्‍त की तारामंडल इलाके में स्थित एक होटल में पुलिस वालों ने पीटकर हत्‍या कर दी थी। इस मामले में रामगढ ताला थाने के इंस्‍पेक्‍टर और फलमंडी चौकी इंचार्ज सहित छह पुलिस वालों पर मुकदमा दर्ज है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Sat, 09 Oct 2021 03:10 PM (IST) Updated:Sat, 09 Oct 2021 07:44 PM (IST)
Manish Murder Case: सीडीआर से खुलेगा वसूली का राज, होटल प्रबंधक व कर्मचारियों के नंबर की होगी जांच
मनीष हत्‍याकांड : सीडीआर से खुलेगा वसूली का राज। फाइल फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता हत्याकांड की जांच कर रही कानपुर एसआइटी (विशेष जांच दल) ने सभी साक्ष्य और तथ्य जुटाने के बाद शुक्रवार को सबकी कडिय़ां जोड़ी। दिनभर सर्किट हाउस में ही रही टीम ने सवालों की गुत्थी को साक्ष्यों से सुलझाने के लिए घंटों मंथन किया। इसी कड़ी में जहां मनीष की हत्या के पीछे वसूली के सवालों का जवाब तलाशने की कोशिश की गई, वहीं पूरे घटना के उद्देश्य को समझने का भी प्रयास किया गया। वसूली की गुत्‍थी सुलझाने के लिए एसआइटी होटल प्रबंधक व कर्मचारियों के मोबाइल फोन नंबर का सीडीआर खंगाल रही है।

अनुत्‍तरित हैं अभी कई सवाल

एसआइटी के सामने अभी भी कई सवाल हैैं और उनके जवाब तलाशने के लिए वह काल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर) का सहारा लेगी। इसके लिए एसआइटी ने होटल प्रबंधन, उसके कर्मचारियों और आरोपित पुलिस कर्मियों समेत कुल डेढ़ दर्जन लोगों की काल डिटेल निकलवाने की तैयारी की है। ये वह लोग हैैं, जो घटना के कुछ समय पहले से लेकर मनीष की मृत्यु की जानकारी सार्वजनिक हो जाने तक संपर्क में रहे।

मनीष की पत्‍नी मीनाक्षी ने होटल प्रबंधन पर उठाए सवाल

मनीष की पत्नी मीनाक्षी के होटल प्रबंधन पर भी सवाल उठाए जाने के बाद एसआइटी ने अपनी जांच की सुई उधर घुमा रखी है। मीनाक्षी का आरोप है कि घटना के दिन होटल वालों के बुलाने पर ही पुलिस जांच के लिए वहां गई थी।

सवालों के घेरे में है होटल प्रबंधन

मनीष हत्याकांड में इंस्पेक्टर जगत नारायण, उपनिरीक्षक अक्षय मिश्रा सहित छह पुलिस कर्मियों पर हत्या का आरोप है, वहीं एक दर्जन से अधिक अन्य भी संदेह के घेरे में हैैं। इसमें होटल कृष्णा पैलेस के कर्मचारियों से लेकर चिकित्सक तक शामिल हैं। होटल की भूमिका को लेकर चार बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। पहला- पुलिस को मनीष व उसके दोस्तों के विषय में खबर कैसे हुई? दूसरा-मनीष के स्थानीय दोस्तों के जाते ही होटल पर पुलिस क्यों पहुंची? तीसरा- होटल पर पहुंचते ही पुलिस तीसरी मंजिल पर उस कमरे में तत्काल कैसे पहुंची, जहां मनीष गुप्ता अपने दोस्तों के साथ ठहरे हुए थे। चौथा- होटल से मनीष गुप्ता का खून किसने साफ किया।

सवालों का जवाब तलाशने के लिए एसआइटी जुटा रही साक्ष्‍य

सूत्रों का कहना है कि इन सवालों के जवाब से एसआइटी संतुष्ट नहीं है। उसके जुटाए साक्ष्य और सवालों के मिले जवाब मेल नहीं खा रहे है। ऐसे में छह आरोपित पुलिस कर्मियों के साथ होटल प्रबंधन व कर्मचारियों की काल डिटेल अहम जानकारी दे सकती है। सीडीआर के जरिये यह भी पता किया जाएगा कि पूरे घटनाक्रम में चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी व जगत नारायण के मददगारों की क्या भूमिका रही है। किसने, किसे और कब फोन किया। बात करते वक्त सबकी लोकेशन क्या थी।

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