खलीलाबाद रेलवे स्टेशन पर पटरी से उतरी मालगाड़ी, 10 घंटे बाधित रहा आवागमन

खलीलाबाद रेलवे स्टेशन पर सुबह मालगाड़ी पटरी से उतर गई। अप ट्रैक नंबर पांच पर इंजन उतरने से संयोग ही रहा कोई दुर्घटना नहीं हुई लेकिन रेलवे स्टेशन के पश्चिमी छोर पर समपार फाटक 180 ए पर मालगाड़ी की बोगी फंसे रहने से गेट नहीं खुल सका।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 19 Aug 2021 04:29 PM (IST) Updated:Thu, 19 Aug 2021 04:29 PM (IST)
खलीलाबाद रेलवे स्टेशन पर पटरी से उतरी मालगाड़ी, 10 घंटे बाधित रहा आवागमन
खलीलाबाद में पटरी से उतरी मालगाड़ी। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : गोरखपुर-लखनऊ रेलखंड के खलीलाबाद रेलवे स्टेशन पर सुबह मालगाड़ी पटरी से उतर गई। अप ट्रैक नंबर पांच पर इंजन उतरने से संयोग ही रहा कोई दुर्घटना नहीं हुई। न ही ट्रेनों का संचलन प्रभावित हुआ। किंतु रेलवे स्टेशन के पश्चिमी छोर पर समपार फाटक 180 ए पर मालगाड़ी की बोगी फंसे रहने से गेट नहीं खुल सका। सुबह करीब चार से दिन में दो बजे तक समपार फाटक पर आवागमन ठप रहा। आने-जाने वाले लोगों को चक्कर काटकर मार्ग पार करना पड़ा।

ओवरब्रिज के नीचे पहुंचते ही इंजन व पहली बोगी उतर गई पटरी से

रेलवे स्टेशन के उत्तरी छोर पर रेलवे लाइन पांच से एससीआर राप्ती मालगाडी 33154 के लिए लाइन क्लीयर हुई। गोरखपुर के लिए जा रही मालगाड़ी का इंजन जैसे ही सुबह करीब चार बजे ओवरब्रिज के नीचे पहुंची तो अचानक इंजन व पहली बोगी पटरी से उतर गई। इसकी सूचना प्रभारी स्टेशन मास्टर संतोष कुमार ने उच्चाधिकारियों को दी। इसके बाद 4.49 पर गोरखपुर से रेलवे दुर्घटना यान खलीलाबाद रेलवे स्टेशन पर पहुंचा। देखते ही देखते दर्जनों की तादाद में कर्मी रेलवे ट्रैक ठीक करने में जुट गए। थोड़ी ही देर में मालगाड़ी को पटरी पर कर दिया गया। इस बीच बोगियां रेलवे ट्रैक पर खड़ी रहीं। समपार फाटक पर बोगी का पिछला हिस्‍सा होने से गेट नहीं खुल सका। समपार फाटक पर आवागमन बाधित रहा। लोगों को लंबा चक्कर काटकर मार्ग पार करना पड़ा। छोटे-छोटे बच्चे बोगियों के नीचे जान जोखिम में डालकर मार्ग पार करते रहे।

अन्‍य ट्रेनों के आवागमन पर नहीं पड़ा कोई प्रभाव

स्टेशन अधीक्षक एके गोंड ने बताया कि सुबह मालगाड़ी पटरी से उतर गई। हालांकि इससे अन्य ट्रेनों के आवागमन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। छह घंटे तक मार्ग ठीक करके मालगाड़ी निकालने का कार्य चला। इस बीच लाउडस्पीकर से लोगों को जागरूक भी किया गया। 10 घंटे बाद समपार फाटक से मालगाड़ी की बोगी निकली।

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