Coronavirus : रेलवे स्‍टेशन पर 2200 लोगों की जांच, कई लोगों को एकांतवास की सलाह Gorakhpur News

यात्रियों की जांच की गई। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी और कहा कि जिले में अभी तक कोरोना का पॉजीटिव केस नहीं मिला है।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Tue, 24 Mar 2020 11:13 AM (IST) Updated:Tue, 24 Mar 2020 11:13 AM (IST)
Coronavirus : रेलवे स्‍टेशन पर 2200 लोगों की जांच, कई लोगों को एकांतवास की सलाह Gorakhpur News
Coronavirus : रेलवे स्‍टेशन पर 2200 लोगों की जांच, कई लोगों को एकांतवास की सलाह Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। लॉकडाउन के बीच रेलवे स्टेशन पर तथा एयरपोर्ट व सहजनवां में फोरलेन पर आने वाले यात्रियों की जांच जारी रही। चार ट्रेनों से आए 2200 लोगों की जांच की गई। तीन में सामान्य बुखार मिला। जिला अस्पताल भेजकर उनकी सघन जांच कराई गई, उनमें कोरोना के लक्षण नहीं मिले। उन्हें 14 दिन होम क्वारंटाइन (एकांतवास) की सलाह दी गई।

सोनौली की तरफ से आने वाली दो बसों को भी रोक कर यात्रियों की जांच की गई। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी और कहा कि जिले में अभी तक कोरोना का पॉजीटिव केस नहीं मिला है। मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ. श्रीकांत तिवारी ने बताया कि कंट्रोल रूम व हेल्पलाइन नंबर के जरिये मिलने वाली सूचनाओं पर मेडिकल टीम बुखार पीडि़त लोगों के घर जाकर जांच कर रही है। लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। अगले 15 दिनों तक अस्पताल तभी आएं जब इमरजेंसी हो।

जिला अस्‍पताल में देखे गए साढ़े तीन सौ मरीज, पांच होम क्वारंटाइन में गए

लॉक डाउन के पहले दिन जिला अस्पताल की ओपीडी में सन्नाटा पसरा रहा। कुल तीन सौ मरीज देखे गए, जिसमें से ढाई सौ केवल फ्लू कार्नर आए। इनमें से विदेश से आए व उनके संपर्क में रहे पांच लोगों को होम क्वारंटाइन की सलाह दी गई। उनके हाथों पर होम क्वारंटाइन की मुहर भी लगाई गई। उनके बारे में पूरी जानकारी रजिस्टर में दर्ज कर ली गई। फ्लू कार्नर में पहुंचने वाले ज्यादातर मरीज सर्दी, खांसी, जुकाम से पीडि़त थे। जिला महिला अस्पताल की ओपीडी में कुल 49 मरीज पहुंची, जिनमें से 15 को भर्ती किया गया।

विदेश से आए चार व्‍यक्ति

विदेश से आए चार लोगों में एक व्यक्ति 16 मार्च को इराक से आया था, वह अपने साथ अपनी पत्नी को भी जांच कराने लाया था। 18 मार्च को दुबई, 20 मार्च को साउथ अफ्रीका व 25 मार्च को यूएसए से एक-एक व्यक्ति आए थे। वे भी जांच कराने फ्लू कार्नर में पहुंचे। किसी में कोरोना के लक्षण नहीं मिले, लेकिन एहतियातन उन्हें 14 दिन होम क्वारंटाइन में जाने की सलाह दी गई। उन्हें कहा गया कि कोई परेशानी होने पर वे तत्काल कंट्रोल रूम को फोन करें या अस्पताल आ जाएं। जिला अस्पताल व जिला महिला अस्पताल की ओपीडी में सन्नाटा पसरा था। आमतौर पर प्रतिदिन मरीजों से भरी रहने वाली ओपीडी लगभग खाली थी। केवल जरूरी ओपीडी खुली थी, उसमें भी मरीजों की संख्या दो-चार ही रही। डॉक्टर दो बजे तक बैठे मरीजों का इंतजार करते रहे।

मेडिकल कॉलेज पहुंचे 46 मरीज

बाबा राघवदास मेडिकल कालेज के सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में बने फ्लू कार्नर ओपीडी में कुल 46 मरीज पहुंचे। टीबी एवं सीना विभाग तथा मेडिसिन विभाग के डॉक्टरों ने मरीजों की जांच की। सभी को निश्शुल्क दवाएं दी गईं। 

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