Indian Railway: रेलकर्मियों को दिवाली की सौगात- ट्रैकमैन, प्वाइंटमैन, गैंगमैन और गेटमैन बने सहायक स्टेशन मास्टर

रेलवे में विभागीय पदोन्नति के बाद 54 सहायक स्टेशन मास्टर और 46 वाणिज्य सह टिकट लिपिक बने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का प्रशिक्षण शुरू हो गया है। प्रशिक्षण गाजीपुर स्थित क्षेत्रीय रेल प्रशिक्षण संस्थान के अधीन दो माह तक चलेगा।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 13 Nov 2020 10:31 AM (IST) Updated:Fri, 13 Nov 2020 09:14 PM (IST)
Indian Railway: रेलकर्मियों को दिवाली की सौगात- ट्रैकमैन, प्वाइंटमैन, गैंगमैन और गेटमैन बने सहायक स्टेशन मास्टर
एनईआर में ट्रैकमैन, प्वाइंटमैन व गैंगमैन को एएसएम बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। रेल लाइनों पर कार्य करने वाले चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों (ट्रैकमैन, प्वाइंटमैन, गैंगमैन और गेटमैन, चपरासी और खलासी आदि) को पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने दीपावली की सौगात दी है। नए साल में कुछ रेलवे स्टेशनों की जिम्मेदारी संभालेंगे तो कुछ टिकट बुक या टिकट जांच करेंगे। विभागीय पदोन्नति के बाद 54 सहायक स्टेशन मास्टर और 46 वाणिज्य सह टिकट लिपिक बने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का प्रशिक्षण शुरू हो गया है। प्रशिक्षण गाजीपुर स्थित क्षेत्रीय रेल प्रशिक्षण संस्थान के अधीन दो माह तक चलेगा।  

पदोन्नति पाने वाले कर्मचारी ही नहीं कर्मचारी संगठनों में खुशी है। एनई रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) के महामंत्री केएल गुप्त और पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ (पीआरकेएस) के महामंत्री विनोद कुमार राय ने रेलवे प्रशासन के इस निर्णय का स्वागत करते हुए शेष पदों भी यथाशीघ्र तैनाती देने की मांग की है। पदाधिकारियों का कहना है कि अभी भी सहायक लोको पायलटों और तकनीशियन के करीब 120 पदों पर तैनाती नहीं हो पाई है। जबकि, विभागीय पदोन्नति परीक्षा पास करने के बाद रेलकर्मी तैनाती के लिए विभाग का चक्कर लगा रहे हैं। वहीं रेलवे प्रशासन पदों के अभाव का हवाला देते हुए जल्द तैनाती का आश्वासन दे रहा है।

शुरू हुई पद सृजन की प्रक्रिया

जानकारों का कहना है कि रेलवे प्रशासन की चूक के चलते लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मंडल के रिक्त पदों पर पहले ही सहायक लोको पायलटों के करीब 460 पदों पर अधिक तैनाती कर ली गई है। ऐसे में रिक्त पद नहीं बचे हैं। अब रेलवे प्रशासन नए पद सृजित करेगा तभी रेलकर्मियों को पदोन्नति मिल पाएगी। फिलहाल पद सृजन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

18 सौ की जगह 4200 ग्रेड पे पर करेंगे नौकरी

1800 से 1900 ग्रेड पे पर तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पदोन्नति के बाद अब 4200 ग्रेड पे पर नौकरी करेंगे। यही नहीं उनको मिलने वाली सुविधाएं भी बढ़ जाएंगी। स्लीपर कोच में यात्रा करने वाले रेल कर्मचारी अब वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी में परिवार के साथ यात्रा कर सकेंगे। दरअसल, रेलवे प्रशासन योग्य चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को सामान्य विभागीय सीमित (जीडीसीई) परीक्षा के जरिये आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करता है।

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