स्कूल में कंप्यूटर मिल जाता तो हम भी हाईटेक हो जाते बीएसए सर Gorakhpur News

शहर के कंपोजिट विद्यालय रावत पाठशाला पूर्व माध्यमिक विद्यालय अलहादादपुर के छात्र जब बीएसए से मुखातिब हुए तो उनके मन में तमाम सवाल थे जिसका वह उत्तर जानना चाहते थे। कार्यक्रम के पहले सभी छात्र-छात्राओं ने एक-एक कर अपना परिचय दिया।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 07:33 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 07:33 PM (IST)
स्कूल में कंप्यूटर मिल जाता तो हम भी हाईटेक हो जाते बीएसए सर Gorakhpur News
बीएसए भूपेन्‍द्र नारायण सिंह से बातचीत करते बच्‍चे।

गोरखपुर, जेएनएन। बीएसए सर, हमारे स्कूल में भी कंप्यूटर लगवा दीजिए। जिससे हम भी हाईटेक हो जाए। मेरे यहां एक ही मैडम हैं, इस कारण हमारी पढ़ाई ठीक से नहीं हो पा रही है। यदि हमारे स्कूल में और शिक्षक दे देते तो पढ़ाई में बाधा नहीं आती। दैनिक जागरण के बाल संवाद कार्यक्रम में परिषदीय स्कूलों के बच्‍चों ने यह मांग बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह से की। बच्‍चों से सीधा संवाद के दौरान उनकी मांगें सुनकर बीएसए भी एक बार सोचने को मजबूर हुए और फिर उन्होंने उनकी मांगों को एक-एक कर जल्द से जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया।

शहर के कंपोजिट विद्यालय रावत पाठशाला, पूर्व माध्यमिक विद्यालय अलहादादपुर के छात्र जब बीएसए से मुखातिब हुए तो उनके मन में तमाम सवाल थे, जिसका वह उत्तर जानना चाहते थे। पहले सभी छात्र-छात्राओं ने एक-एक कर अपना परिचय दिया। इस दौरान जब बीएसए ने उनसे आगे चलकर क्या बनना चाहते हैं? सवाल किया तो छात्रा सिद्धि मिश्रा ने कहा मुझे पुलिस इंसपेक्टर बनना है। मुझे यह नौकरी अच्‍छी लगती है। इसके बाद एक-एक कर सभी ने अपने-अपने लक्ष्य बताएं। इस दौरान जिला समन्वयक विवेक जायसवाल, प्रभारी प्रधानाध्यापक बृजनंदन प्रसाद यादव, सरिता दूबे तथा प्रधानाध्यापक मंजुरानी आदि मौजूद रहे।

बच्‍चों ने पूछा सवाल, उत्‍तर पाकर हुए संतुष्‍ट

प्राथमिक विद्यालय, बनकटीचक के छात्र अभय कुमार दास ने सवाल किया कि बीएसए सर हम डीएम बनना चाहते हैं? इसके लिए हमें क्या करना होगा? उन्‍हें बताया गया कि इसके लिए आपको खूब मेहनत करनी होगी। खूब मन लगाकर पढ़ाई करिये। हमने भी कड़ी मेहनत की है। तब जाकर आज इस पद पर पहुंचे हैं। मेहनत करेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी। पूर्व माध्‍यमिक विद्यालय अलहदादपुर की छात्रा हनी मिश्रा ने कहा कि हम हिंदी और गणित पढऩा चाहते हैं। हमारे विद्यालय में स्मार्ट क्लास दे दीजिए?  उनसे कहा गया कि इस समय कोरोना के कारण विद्यालयों में पढ़ाई नहीं हो रही है। जैसे ही पढ़ाई शुरू होगी आपको यह सुविधा मिल जाएगी। आपकी मांग पूरी करने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उन्होंने तत्काल लिपिक को बुलाकर पत्र तैयार करने का निर्देश दिया। वहीं के अंशु ने कहा कि सर, मेरे स्कूल में कंप्यूटर लगवा दीजिए। जिससे हम भी कंप्यूटर चलाना सीख जाएं और हाईटेक हो सकें? उनसे कहा गया कि हम भी चाहते हैं कि हमारे स्कूलों के ब'चे समय के साथ आगे बढ़े। आपकी यह मांग जायज है और जरूर पूरी होगी। कंपोजिट विद्यालय रावत पाठशाला सिद्धि मिश्रा का कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ हमें शुद्ध पेयजल मिले, इसके लिए स्कूल में आरो लगवा दीजिए सर? उन्‍हें बताया गया कि बच्‍चों को शुद्ध पेयजल मिले इसको लेकर विभाग गंभीर है। प्रत्येक विद्यालयों में इसकी उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है। नैंन्‍सी विश्‍वकर्मा का कहना था कि मेरे विद्यालय में शिक्षक की कमी है। यदि स्कूल में और शिक्षक आ जाते तो हमारी पढ़ाई बाधित नहीं होती? उनसे कहा गया कि जिन विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है उनकी सूची तैयार की जा रही है। जल्द ही वहां और शिक्षक दिए जाएंगे, ताकि उन विद्यालयों में पठन-पाठन सुचारू रूप से चल सकें।

बच्‍चों ने बीएसए कार्यालय का किया भ्रमण

कार्यक्रम के पश्चात बीएसए कार्यालय का भ्रमण कर वहां होने वाले विभागीय कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की।विद्यालय के शिक्षकों ने वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय, जिला समन्वयक कक्ष व अन्य कार्यालयों का भ्रमण कराया और वहां होने वाले कार्यों को एक-एक बच्‍चों को बताया।

जागरण की पहल सराहनीय

बनकटीचक प्राथमिक विद्यालय के देव साहनी ने कहा कि बाल संवाद के जरिये छात्रों को सीधे अधिकारियों से रूबरू कराने की पहली बार किसी ने पहल की है। जो सराहनीय है। जबकि सिद्धि मिश्रा ने कहा कि दैनिक जागरण का यह आयोजन हम छात्रों के लिए काफी अच्‍छा है। जो बातें हम अपने शिक्षक से नहीं कह पाते थे। आज उन्हें अपने विभाग के मुखिया से साझा किया। राजन वर्मा ने कहा कि बाल संवाद के जरिय बीएसए सर ने पढ़ाई को लेकर जो हम टिप्स दिए वह हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। इस पर अमल कर हम अपना भविष्य संवार सकते हैं। हनी मिश्रा ने कहा कि हम जागरण को इस आयोजन के लिए धन्यवाद देते हैं। जो सवाल हमने बीएसए सर से किया उसका न सिर्फ उन्होंने जवाब दिया बल्कि भविष्य में अ'छा करने के लिए प्रोत्साहित भी किया।

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