गोरखपुर में फर‍ियाद‍ियों से म‍िले सीएम योगी आद‍ित्‍यनाथ, समस्‍याओं के समाधान का द‍िया न‍िर्देश

CM Yogi Adityanath in Gorakhpur तीन दिन के दौरे पर गोरखपुर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार की सुबह अयोध्या रवाना हो गए। रवाना होने से पहले उन्होंने गोरखनाथ मंदिर के हिंदू सेवाश्रम में हमेशा की तरह लोगों की समस्याएं सुनीं और समाधान का आश्वासन दिया।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 29 Aug 2021 03:14 PM (IST) Updated:Sun, 29 Aug 2021 03:14 PM (IST)
गोरखपुर में फर‍ियाद‍ियों से म‍िले सीएम योगी आद‍ित्‍यनाथ, समस्‍याओं के समाधान का द‍िया न‍िर्देश
गोरखपुर में जनता की समस्‍याएं सुनते सीएम योगी आद‍ित्‍यनाथ। - जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। महायोगी गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के शिलान्यास और महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की लोकार्पण के सिलसिले में तीन दिन के दौरे पर गोरखपुर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार की सुबह अयोध्या रवाना हो गए। रवाना होने से पहले उन्होंने गोरखनाथ मंदिर के हिंदू सेवाश्रम में हमेशा की तरह लोगों की समस्याएं सुनीं और समाधान का आश्वासन दिया।

ऐसी रही सीएम की द‍िनचर्या

रविवार की सुबह मुख्यमंत्री की दिनचर्या का क्रम बदला हुआ था; सुबह करीब छह बजे अपने आवास से निकलने के बाद मुख्यमंत्री ने सबसे पहले बाबा गोरखनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई। उसके बाद अपने गुरुओं की समाधियों पर जाने से पहले वह मंदिर परिसर का भ्रमण करने लगे। इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर में हो रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और इस बाबत अधिकारियों को जरूरी निर्देश भी दिए। मंदिर में निर्माणाधीन मुक्ताकाशी मंच का निरीक्षण करने के दौरान जब उन्हें हिंदू सेवाश्रम में अपने समस्या कहने के लिए लोग जाते दिखे तो वह वहीं से जनता दर्शन के लिए चले गए।

सौ से अध‍िक लोगों की सुनीं समस्‍याएं

आमतौर पर मुख्यमंत्री जनता दर्शन में गुरुओं का दर्शन-पूजन करने और गोशाला में गायों के साथ कुछ वक्त गुजारने के बाद जाते हैं। मुख्यमंत्री हिंदू सेवाश्रम में बारी-बारी से सभी फरियादियों के पास गए और समस्या से जुड़ा उनका आवेदन पत्र अपने हाथों से लिया। समस्या जानने के बाद मुख्यमंत्री सभी पत्रों को अधिकारियों के हाथों में सौंपते रहे और उनकी समस्या के त्वरित समाधान के लिए निर्देशित करते रहे। करीब एक घंटे में मुख्यमंत्री ने 100 से अधिक लोगों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान जिलाधिकारी विजय किरण आनंद मौजूद रहे।

जनता दर्शन में समस्या सुनने के बाद मुख्यमंत्री गोशाला गए और कुछ वक्त गायों के बीच गुजारा। गोशाला से लौटने के बाद उन्होंने बारी-बारी से ब्रह्मलीन महंत गंभीरनाथ, महंत दिग्विजयनाथ और अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई। अंत में मुख्यमंत्री हमेशा की तरह अपने श्वान कालू और गुल्लू के साथ खेलना और उन्हें दुलराना नहीं भूले। दोनों श्वान भी उन्हें देखकर इतराते नजर आए। इस नियमित दिनचर्चा के बाद मुख्यमंत्री सुबह 10 बजे अयोध्या के लिए रवाना हो गए।

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