बिजली निगम के स्टोर, कार्यशाला, मीटर परीक्षण व वितरण खंड साफ्टवेयर से जुड़ेंगे

साफ्टवेयर बनाने के लिए गुडग़ांव की कंपनी से करार किया गया है। कंपनी के इंजीनियर अफसरों को साफ्टवेयर की जानकारी दे रहे हैं। सभी अफसरों के मोबाइल फोन पर एसएपी (सिस्टम एप्लीकेशन प्रोग्राम) साफ्टवेयर अपलोड कराया जा चुका है।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 06:25 PM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 06:25 PM (IST)
बिजली निगम के स्टोर, कार्यशाला, मीटर परीक्षण व वितरण खंड साफ्टवेयर से जुड़ेंगे
ये विजली विभाग की प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। बिजली निगम में अब उपभोक्ताओं की परेशानी जल्द दूर होगी। स्टोर, कार्यशाला, मीटर परीक्षण व वितरण खंडों को साफ्टवेयर के माध्यम से जोड़ा जाएगा। एक नवंबर से इन अनुभागों में पेपरलेस काम होगा। किसी सामान की जरूरत होने पर साफ्टवेयर पर इसकी मांग फीड की जाएगी और संबंधित अनुभाग के अफसर उपलब्धता के आधार पर सामान की व्यवस्था करेंगे।

सामान की उपलब्धता भी आनलाइन

साफ्टवेयर पर बिजली निगम से जुड़े सामान की उपलब्धता भी आनलाइन रहेगी। कोई भी अफसर इसकी जानकारी कर सकेगा। स्टोर या कार्यशाला से सामान भेजने की सूचना भी तत्काल अपडेट होगी।

गुडग़ांव की कंपनी से करार

साफ्टवेयर बनाने के लिए गुडग़ांव की कंपनी से करार किया गया है। कंपनी के इंजीनियर अफसरों को साफ्टवेयर की जानकारी दे रहे हैं। सभी अफसरों के मोबाइल फोन पर एसएपी (सिस्टम एप्लीकेशन प्रोग्राम) साफ्टवेयर अपलोड कराया जा चुका है। साफ्टवेयर की सहायता से मीटर परीक्षण खंड का कार्य भी आनलाइन आवंटित किया जा सकेगा। मुख्‍य अभियंता देवेंद्र सिंह का कहना है कि निगम के चार अनुभागों को एक नवंबर से पेपरलेस कर दिया जाएगा। इससे सामान उपलब्धता की जानकारी आनलाइन रहेगी। मांग और आपूर्ति के बारे में पल-पल की सूचना मिलती रहेगी। मांग पत्र भेजने और सामान मिलने में देर होने के मामले भी खत्म हो जाएंगे। इससे उपभोक्ताओं को फायदा मिलेगा।

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