गोरखपुर में 58 लाख पौधे देंगे हरियाली को मजबूत आधार Gorakhpur News

गोरखपुर मंडल को वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए 1.17 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य दिया गया है। इसमें वन विभाग का लक्ष्य 43 लाख 90 हजार 420 है।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Wed, 11 Mar 2020 08:49 AM (IST) Updated:Wed, 11 Mar 2020 08:49 AM (IST)
गोरखपुर में 58 लाख पौधे देंगे हरियाली को मजबूत आधार Gorakhpur News
गोरखपुर में 58 लाख पौधे देंगे हरियाली को मजबूत आधार Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। वन विभाग मंडल की 79 नर्सरियों में 1.75 करोड़ पौधे तैयार कर रहा है। इसमें 58 लाख पौधे हरियाली को मजबूत आधार देंगे। विभाग पहली बार इतनी बड़ी संख्या अतिरिक्त पौधों को तैयार करा रहा है। ताकि प्रतिस्थानी (शिफ्टिंग) के पौधों को लेकर कोई कठिनाई न आए।

गोरखपुर मंडल में 1.17 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य

गोरखपुर मंडल को वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए 1.17 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य दिया गया है। इसमें वन विभाग का लक्ष्य 43 लाख 90 हजार 420 है। पौधारोपण के लिए वनविभाग, उद्यान विभाग अपनी-अपनी नर्सरियों में पौधे तैयार करा रहा है। आमतौर पर यह माना जाता है कि पौधारोपण के सिर्फ 60 प्रतिशत ही पौधे जीवित रहते हैं। इस लिए विभाग इस बार तैयारी में है कि शत प्रतिशत हरियाली बरकरार रहे। 1.17 करोड़ के हिसाब से 40 फीसद अर्थात 47 लाख पौधे होंगे। ग्राम पंचायतों को हरा-भरा रखने के लिए करीब 36 लाख पौधे दिए जाते हैं। यह पौधे भी परियोजना में शामिल हैं। करीब 30 फीसद ग्रामीण ऐसे होते हैं, जो पौधारोपण के लिए फलदार पौधों की मांग करते हैं। इन पौधों को तैयार होने में करीब डेढ़ वर्ष का समय लगता है। भविष्य को ध्यान में रखकर नर्सरियों में 11 लाख अतिरिक्त पौधे तैयार कराए जा रहे हैं। अर्थात 58 लाख पौधे इस बार हरियाली को मजबूत आधार देंगे।

वन विभाग का जिलेवार लक्ष्य

गोरखपुर -17.29 लाख। महराजगंज(आंशिक)-5.33 लाख। देवरिया-10.64 लाख और कुशीनगर जिले में 10.62 लाख पौधरोपण का लक्ष्‍य निधार्रित किया गया है।

मंडल में कुल नर्सरियां

गोरखपुर में 28, महराजगंज (आंशिक) में 11, देवरिया में 16 और कुशीनगर जिले में 24 नर्सरियों में पौधे तैयार किए जा रहे हैं।

रोपण के लिए एक वर्ष में तैयार होने वाले पौधे

सागौन, यूकेलिप्टस, बबूल आदि पौधे हैं। इसी तरह दो वर्ष में तैयार होने वाले पौधों में सभी फलदार पौधे, नीम, शीशम, कंजी, अर्जुन आदि हैं। ताकि शिप्टिंग को लेकर न हो कोई असुविधा इस संबंध में मुख्‍य वन संरक्षक दीपक कुमार का कहना है कि नर्सरियों में प्रतिवर्ष कुछ न कुछ पौधे अतिरिक्त तैयार कराए जाते हैं। बड़े पैमाने पर पौधे इसलिए तैयार कराए जा रहे हैं ताकि शिफ्टिंग को लेकर कोई असुविधा न हो, लक्ष्य के सापेक्ष शतप्रतिशत पौधे दिखें।

chat bot
आपका साथी