आयुष्मान भारत योजना : 23 हजार लोगों को मि‍ला नया जीवन, अस्पतालों में बन रहा निश्शुल्क गोल्डेन कार्ड

आयुष्मान भारत योजना के तहत गोरखपुर में 23658 मरीज अस्पतालों में भर्ती हुए इसमें 23139 लोगों का आपरेशन किया गया। इनके इलाज पर कुल 17 करोड़ रुपये खर्च हुए। मरीजों का एक पैसा नहीं लगा सारा खर्च सरकार ने वहन किया।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 06 Dec 2020 05:10 PM (IST) Updated:Sun, 06 Dec 2020 05:10 PM (IST)
आयुष्मान भारत योजना : 23 हजार लोगों को मि‍ला नया जीवन, अस्पतालों में बन रहा निश्शुल्क गोल्डेन कार्ड
आयुष्मान भारत योजना के तहत गोरखपुर में 23 हजार लोगों का इलाज किया गया। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। आयुष्मान भारत योजना का आशीष पिछले दो साल से गरीब मरीजों पर बरस रहा है। अब तक 23658 मरीज अस्पतालों में भर्ती हुए। 23139 लोगों का आपरेशन किया गया। अब वे खुशहाल जीवन जी रहे हैं। इनके इलाज पर कुल 17 करोड़ रुपये खर्च हुए। मरीजों का एक पैसा नहीं लगा, सारा खर्च सरकार ने वहन किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 23 सितंबर 2018 को इस योजना का शुभारंभ गोरखपुर से ही किया था। इसके बाद लगातार गरीब मरीजों का पांच लाख रुपये तक इलाज निश्शुल्क जारी है। इस योजना के अंतर्गत 1416 प्रकार की बीमारियों का इलाज होता है।  इसी योजना के अंतर्गत गगहा के रियांव गांव निवासी 10 वर्षीय बालक वीरबहादुर के दोनो गुर्दों की पथरी का निश्शुल्क आपरेशन हुआ। वह अत्यंत गरीब है, उसके सिर से पिता का साया उठ गया है। मां दुर्गती देवी सरकार को धन्यवाद देते नहीं थकतीं हैं। लोगों को सुझाव भी देती हैं कि वे गोल्डेन कार्ड बनवा लें, उनका इलाज निश्शुल्क हो जाएगा।

किसका बनेगा गोल्डेन कार्ड

सामाजिक एवं आर्थिक जनगणना 2011 के आधार पर बनी लाभार्थियों की सूची में जिनका नाम है, उनका गोल्डेन कार्ड बनेगा। यह सभी सूचीबद्ध अस्पतालों पर निश्शुल्क बनता है। सहज जन सेवा केंद्रों पर 30 रुपये शुल्क लेकर इसे बनवाया जा सकता है। कोई समस्या होने पर टोल फ्री नंबर 14555 या 1800-1800-4444 पर या सीएमओ कार्यालय स्थित आयुष्मान भारत सेल से संपर्क किया जा सकता है।

गोल्डेन कार्ड बनवाने के लिए यह लेकर जाएं

मूल राशन कार्ड

मूल आधार कार्ड

मतदाता पहचान पत्र

प्रधानमंत्री का मूल पत्र अगर प्राप्त हुआ हो तो

मुख्यमंत्री का मूल पत्र अगर प्राप्त हुआ हो तो

इन सरकारी अस्पतालों में रोज बनते हैं गोल्डेन कार्ड

बीआरडी मेडिकल कालेज

जिला अस्पताल

जिला महिला अस्पताल

स्वास्थ्य केंद्र पिपराइच

स्वास्थ्य केंद्र गगहा

स्वास्थ्य केंद्र सहजनवां

स्वास्थ्य केंद्र भटहट

स्वास्थ्य केंद्र बड़हलगंज

स्वास्थ्य केंद्र कैंपियरगंज

स्वास्थ्य केंद्र बांसगांव

स्वास्थ्य केंद्र  गोला

17 करोड़ इलाज पर खर्च हुए

23658 का हुआ इलाज

23139 का हुआ आपरेशन

306698 परिवार सूची में शामिल

108486 परिवारों के सदस्यों का बना गोल्डेन कार्ड

262970 लोगों का बन चुका है गोल्डेन कार्ड

64 सूचीबद्ध निजी अस्पताल

25 सूचीबद्ध सरकारी अस्पताल

यदि गोल्डेन कार्ड नहीं बना है और सूची में नाम है तो अस्पताल पहुंचने पर उनका भी इलाज होगा। वहीं गोल्डेन कार्ड भी बन जाएगा। लेकिन पहले से बनवाना बेहतर है। जिले में कुल 89 अस्पतालों को इस योजना में सूचीबद्ध किया गया है। बचे हुए लाभार्थियों का गोल्डेन कार्ड बनाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा। इसके लिए आशा कार्यकर्ताओं को लगाया गया है। उनके पास योजना के लाभार्थियों की सूची उपलब्ध है। - डा. एनके पांडेय, नोडल अधिकारी, आयुष्मान भारत योजना

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