लैपटाप पर धरती का हाल देख यमराज दुखी

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : कल्पना लोक में बगल में झाडू धरे यमराज, लैपटाप में व्यस्त नजर आए। विभिन

By Edited By: Publish:Wed, 26 Nov 2014 02:06 AM (IST) Updated:Wed, 26 Nov 2014 02:06 AM (IST)
लैपटाप पर धरती का हाल देख यमराज दुखी

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : कल्पना लोक में बगल में झाडू धरे यमराज, लैपटाप में व्यस्त नजर आए। विभिन्न साइटों पर धरती के अलग-अलग नजारे देख वे कभी मुस्कुराते तो कभी बेचैन हो जाते हैं। की-बोर्ड पर चलती अंगुलियां कान खुजाने लगती हैं। इस नजारों से हतप्रभ उनके गणों ने हिम्मत जुटाकर सवाल पूछा.. प्रभु क्यों बदला है आपका अंदाज? लैपटाप के स्क्रीन से नजरे हटाकर बोले यमराज..धरती पर मनुष्य की हरकतों से हम दुखी और नाराज हैं।

यह तस्वीर उभरकर सामने आई मंगलवार को रंगबिरंगी रोशनी से नहाए दीक्षा भवन के मंच पर। अवसर पर था दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय एवं अभियान के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे दो दिवसीय नाट्य उत्सव का। रंगकर्मी श्रीनारायण पांडेय द्वारा निर्देशित नाटक 'डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडाटयमलोकडाटकाम'

के प्रथम दृश्य में यमराज के दूत उन्हें लैपटाप का प्रयोग करना सिखाते हैं। और बताते हैं कि लैपटाप एवं इंटरनेट का उपयोग कितना जरूरी है। परिवर्तन ने रंग दिखाया और वह भी अस्त्र शस्त्र छोड़ झाडू थामते हुए कहते हैं कि .. साफ सफाई की कम समाचार पत्रों में फोटो छपवाने की ज्यादा होड़ मची है। दृश्य परिवर्तित होता है। दोनों दूत पृथ्वी पर आते हैं जहां एक निर्दोष लड़की को कसूरवार ठहराते हुए उसका उपहास उड़ाते हैं। कालिख पोत कर गांव में घुमाने का जब दूत विरोध करते हैं तो गांववाले उन्हें मारते पीटते हैं। अंतिम दृश्य में दूत जल्लू यादव किसान के प्राण हर कर यमलोक ले जाते हैं। यमराज बताते हैं कि किसान नहीं जल्लू क्लर्क को ले आना था। यमराज किसान को धरती पर लौटने को कहते हैं पर वह मना कर देता है। वह तीसरा दूत नियुक्त होता है। यमराज कहते हैं कि वरदान की आड़ में क्या स्वर्ग मारा है तूने जल्लू। यह सुनते ही दर्शक ठहाके लगाने लगे। हास्य-व्यंग्य नाटक में कलाकारों ने भूमिका के साथ न्याय किया। कलाकारों में नीरज, गौरव, सुमितेंद्र, दीक्षा, अक्षिता, आकाश, राहुल, अभिषेक, महेंद्र, अभिषेक, रानी, साहित्य, आनंद, पवन, यादवेंद्र, अभिज्ञान ने अभिनय किया।

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