घाघर का जलस्तर फिर खतरे के निशान से ऊपर, बढ़ी परेशानी

री बेगमगंज गोंडा लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के बीच नदियों का जलस्तर भी एक बार फिर से बढ़ने लगा है जिससे माझा वासियों की दुश्वारियां बढ़ सकती हैं घाघरा नदी कटान करते हुए धीरे-धीरे केवटाही मजरे को अपने आगोश में लेती जा रही है मंगलवार को धनेराज व बंशराज का फूस का आशियाना कटान की भेंट चढ़ गया उधर दूसरी तरफ भिखारीपुर सकरौरा तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित है नदी में समाए सुरक्षा दीवाल को मजबूत कर लिया गया है

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Aug 2019 11:03 PM (IST) Updated:Thu, 22 Aug 2019 06:26 AM (IST)
घाघर का जलस्तर फिर खतरे के निशान से ऊपर, बढ़ी परेशानी
घाघर का जलस्तर फिर खतरे के निशान से ऊपर, बढ़ी परेशानी

गोंडा: लगातार तीन दिन से घट रही घाघरा नदी के जल स्तर में बुधवार की सुबह से फिर इजाफा होने लगा है। इससे नदी का पानी कुछ गांवों के किनारे भर जाने से लोगों को परेशानी हो रही है।

एल्गिन ब्रिज पर लिए गए माप के अनुसार सुबह आठ बजे नदी का जलस्तर 106. 086 मीटर रहा, जो दो बजे 106. 166 मीटर हो गया। यह खतरे के निशान से 0.09 सेंटीमीटर ऊपर है। शारदा, गिरिजा व सरयू बैराज का संयुक्त रूप से नदी में 181127 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहा था। फिलहाल जल स्तर बढ़ने से नकहरा गांव पर कोई कोई फर्क नही पड़ा है। वहीं, बाराबंकी जिले के माझा रायपुर, नैपुरा व परसावल की स्थिति में अभी कोई विशेष सुधार नहीं हुआ है। तहसीलदार मिश्री सिंह चौहान ने बताया कि नदी का जल स्तर पुन: बढ़ने लगा है। गांव पर अभी इसका कोई प्रभाव नहीं है। सिचाई विभाग के अवर अभियंता एमके सिंह ने बताया कि नदी का जल स्तर पुन: बढ़ने लगा है। इससे बांध को कोई खतरा नही है।

उमरी बेगमगंज: लगातार हो रही बारिश के बीच नदियों का जलस्तर भी एक बार फिर से बढ़ने लगा है। इससे माझा क्षेत्र के लोगों की दुश्वारियां बढ़ सकती हैं। घाघरा नदी कटान करते हुए धीरे-धीरे केवटाही मजरे को अपने आगोश में लेती जा रही है। मंगलवार को धनेराज व बंशराज का फूस का घर नदी में समा गया। उधर, भिखारीपुर सकरौरा तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित है। नदी में समाए सुरक्षा दीवार को मजबूत कर लिया गया है

chat bot
आपका साथी