सीबीआइ ने बैंकों में खंगाले अभिलेख

गोंडा : सीबीआइ का शिकंजा बैंक अधिकारियों पर कसता जा रहा है। सीबीआइ अधिकारियों ने इलाहाबाद बैंक के सह

By Edited By: Publish:Fri, 17 Oct 2014 11:36 PM (IST) Updated:Fri, 17 Oct 2014 11:36 PM (IST)
सीबीआइ ने बैंकों में खंगाले अभिलेख

गोंडा : सीबीआइ का शिकंजा बैंक अधिकारियों पर कसता जा रहा है। सीबीआइ अधिकारियों ने इलाहाबाद बैंक के सहायक महाप्रबंधक से मिलकर अभिलेख मुहैया कराने के लिए दस दिनों की मोहलत दी है। यही नहीं सीबीआइ टीम ने इलाहाबाद बैंक की पांच शाखाओं में पहुंचकर छानबीन भी की है। इससे बैंक अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। उधर शुक्रवार को टीम ने दिन भर इटियाथोक व रुपईडीह के कोटेदार व सौ से अधिक राशन कार्डधारकों के बयान दर्ज किए हैं।

करोड़ों रुपए के हुए खाद्यान्न घोटाले में इलाहाबाद बैंक के अधिकारियों के द्वारा अभिलेख न मुहैया कराने पर नाराजगी जताई है। गुरुवार की रात सीबीआइ टीम ने इलाहाबाद बैंक के सहायक महाप्रबंधक केएल मीणा से मुलाकात की। अभिलेखों को मुहैया कराने का पत्र सौंपा। सीबीआइ टीम ने दस दिनों के भीतर शाखाओं से सभी अभिलेख हर हालत में मुहैया कराने की बात कही। शुक्रवार को टीम ने नवीन गल्ला मंडी शाखा, कलेक्ट्रेट शाखा, वजीरगंज शाखा, तुर्काडीहा शाखा व चांदपुर इलाहाबाद बैंक की शाखा में पहुंच कर पड़ताल की। सीबीआइ टीम ने शाखा प्रबंधकों को दस दिन का समय दिया है। सूत्रों की मानें तो खाद्यान्न माफियाओं ने अपने नाम बदलकर बैंकों में खाता खोलवा कर लाखों रुपए के ड्राफ्ट बनवाए हैं। साथ ही कई अन्य सबूत सीबीआइ टीम के हाथ लगे होने की पुष्टि की जा रही है। उधर दिन भर जिला पूर्ति कार्यालय में इटियाथोक व रुपईडीह के दो दर्जन से अधिक कोटेदार व सौ से अधिक राशन कार्ड धारकों का बयान दर्ज किया गया। इससे खाद्यान्न माफियाओं, कोटेदारों व व्यापारियों की धुकधुकी बढ़ी रही।

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