पूर्व सीएमओ के कार्यकाल में हुई गड़बड़ियों की जांच शुरू

को अफसरों ने 50 लाख रुपये का छपाई संबंधी आदेश जारी कर दिया। इस मामले से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची हुई है। को अफसरों ने 50 लाख रुपये का छपाई संबंधी आदेश जारी कर दिया। इस मामले से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची हुई है। को अफसरों ने 50 लाख रुपये का छपाई संबंधी आदेश जारी कर दिया। इस मामले से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची हुई है। को अफसरों ने 50 लाख रुपये का छपाई संबंधी आदेश जारी कर दिया। इस मामले से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची हुई है। को अफसरों ने 50 लाख रुपये का छपाई संबंधी आदेश जारी कर दिया। इस मामले से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Oct 2019 10:59 PM (IST) Updated:Wed, 16 Oct 2019 06:04 AM (IST)
पूर्व सीएमओ के कार्यकाल में हुई गड़बड़ियों की जांच शुरू
पूर्व सीएमओ के कार्यकाल में हुई गड़बड़ियों की जांच शुरू

गोंडा: पूर्व सीएमओ डॉ. एसके श्रीवास्तव के कार्यकाल में हुई गड़बड़ियों की जांच शुरू हो गई है। वर्ष 2018 में नवंबर में चलाए गए टीकाकरण अभियान के लिए नियमों की अनदेखी की गई थी। बिना टेंडर कराए ही प्रचार सामग्री, टीकाकरण कार्ड की छपाई का आदेश पंचायत उद्योग को दे दिया गया था। शिकायत के बाद भुगतान पर रोक लगा दी गई थी। इस मामले की जांच मंगलवार को बस्ती मंडल के अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. आर द्विवेदी ने पहुंचकर शुरू कर दी है।

नवंबर 2018 में विशेष टीकाकरण को लेकर जिले में 50 लाख रुपये की धनराशि खसरा व रूबेला टीकाकरण में सामग्री, प्रचार सामग्री व कार्ड का कार्य कराने के लिए आवंटित की गई थी। यह धनराशि नियमत: उपयोग में लाई जानी थी। कहा गया था कि एक लाख रुपये से ऊपर की खरीद व प्रिटिग का कार्य ई-टेंडर के माध्यम से कराया जाए लेकिन, जिले के अफसरों ने इसे किनारे करते हुए पंचायत उद्योग को काम का जिम्मा सौंप दिया। इसके लिए न तो टेंडर कराया गया न ही ई-टेंडर की प्रक्रिया हुई। इसके भुगतान पर रोक लगा दी गई थी। इसी बीच मंगलवार को बस्ती के एडी ने यहां पहुंचकर फाइलों को खंगालना शुरू कर दिया है। उनके साथ अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. सतीश कुमार भी थे। संबंधित अभिलेख तलब किए गए हैं। साथ ही भुगतान संबंधी प्रक्रिया के बारे में जानकारी की गई है।

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