फुटपाथ पर सामान, पैदल चलने में दिक्कतें तमाम
गोंडा : जिस फुटपाथ का इंटरनेशनल होटल से नूरामल मंदिर तक निर्माण करवाया गया था, उस पर अतिक्रमण हो गया
गोंडा : जिस फुटपाथ का इंटरनेशनल होटल से नूरामल मंदिर तक निर्माण करवाया गया था, उस पर अतिक्रमण हो गया है। अतिक्रमण होने से महिलाओं, विकलांगों, बुजुर्गों व बच्चों का पैदल चलना दुश्वार हो गया है। यही नहीं, अतिक्रमण से रोजाना जाम की स्थित बनी रहती है। लेकिन अफसरों को धरातल पर उतरने की फुर्सत नहीं हैं। अफसरों की अनदेखी से आम जनता के अधिकारों का हनन हो रहा है। लेकिन वह जनप्रतिनिधियों के भय से अतिक्रमण हटवाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
सुनिए परेशानी हमारी जुबानी
-रितेश ¨सह का कहना है कि अफसरों को आम जनता की समस्याओं के निस्तारण के लिए समय नहीं है। वह कुर्सी से धरातल पर उतरने को तैयार नहीं है। डीएम की कार्यशैली पर उन लोगों को विश्वास है। अब शायद उन लोगों की पीड़ा दूर हो सकेगी। फुटपाथ खाली होने से उन लोगों का पैदल चलना सुगम हो सकेगा।
अंकित त्रिपाठी का कहना है कि अब तक सिर्फ अफसरों ने फुटपाथों से अतिक्रमण होने का दावा ही किया है। उसे अमलीजामा पहनाने के लिए धरातल पर उतरने की जहमत नहीं उठाई। अफसरों को क्या मालूम कि पैदल चलने में उन लोगों को कितनी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वह जनप्रतिनिधियों के भय से धरातल पर उतरने के बजाए कुर्सी पर बैठे-बैठे डींगे हांकने से बाज नहीं आ रहे हैं।
-राहुल मिश्र का कहना है कि इंटरनेशनल होटल से बड़गांव पुलिस चौकी तक दोनों तरफ अतिक्रमण होने से रोजाना जाम की स्थित बनी रहती है। वह लोग तो किसी तरह से पैदल सड़क पर होकर निकल लेते हैं। लेकिन महिलाओं, बुजुर्गों को सड़क खाली होने का इंतजार करना पड़ता है। अफसरों को फुटपाथ खाली कराने के लिए आगे आना चाहिए ताकि उन लोगों के अधिकारों की सुरक्षा हो सके।
-अजीत का कहना है कि बड़गांव बिजली दफ्तर से नूरामल मंदिर तक फुटपाथ पूरी तरह से अतिक्रमण हो गया है। रोजाना उक्त मार्ग से दस से 15 हजार लोग पैदल आते-जाते हैं। बावजूद इसके जिम्मेदार अधिकारियों को उन लोगों की दिक्कतों का अहसास नहीं है। सबसे ज्यादा दिक्कतें बुजुर्गों, विकलांगों व महिलाओं को होती है जो सड़क पर होकर निकलते हैं। इन्हें दुघर्टना की आशंका बनी रहती है।
हटवाया जा रहा है अतिक्रमण
सिटी मजिस्ट्रेट एके शुक्ल ने बताया कि फुटपाथ के निर्माण के साथ ही उस पर हुए अतिक्रमण को हटवाया जा रहा है। नाप जोख भी करवाई जा रही है। जहां अतिक्रमण है, वहां अभियान चलाकर उसे हटवाया जाएगा।