घूंघट की ओट से बरसे वोट

गोंडा: सीन एक - बालपुर मतदान केंद्र पर मतदाताओं की लंबी कतार लगी हुई थी। सबसे ज्यादा भीड़ महिलाओ

By Edited By: Publish:Fri, 09 Oct 2015 11:48 PM (IST) Updated:Fri, 09 Oct 2015 11:48 PM (IST)
घूंघट की ओट से बरसे वोट

गोंडा:

सीन एक

- बालपुर मतदान केंद्र पर मतदाताओं की लंबी कतार लगी हुई थी। सबसे ज्यादा भीड़ महिलाओं की थी। इसमें अधिकांश महिलाएं ऐसी थी, जो सिर पर पल्लू के साथ घूंघट में थीं। ऐसी ही रेखा व गुंजन से जब मतदान के बारे में पूछा गया तो वे बोल उठीं, मतदान हमारा अधिकार है। हम अपने क्षेत्र के विकास के लिए मतदान करने आए हैं।

सीन दो

- चौरी स्कूल के मतदान केंद्र पर अफसरों का जमावड़ा था। यहां पर एसडीएम व सीओ मतदाताओं से जानकारी करने में लगे हुए थे। इसी बीच मतदान करके घूंघट में निकली रामरेखा से जब अधिकारियों ने पूछा कि आपको मतदान में कोई दिक्कत तो नहीं हुई तो उन्होंने कहा कि नहीं। बस धूप तेज है। उनके साथ उनके पड़ोस की भी महिलाएं आई थी। वह मतदान करने के बाद केंद्र पर तब तक रूकी रही, जब तक अन्य साथी महिलाएं वोट डालकर नहीं आ सकी।

सीन तीन

- बटौरा गांव के माधव धर मिश्र अपनी पत्नी निर्मला व बहू माधुरी के साथ वोट डालकर लौट रहे थे। रास्ते में जब उन्हें रोककर मतदान के बारे में जानकारी की गई तो उनका कहना था कि मतदान करना हमारा फर्ज है। रही बात विकास की तो होना कुछ नहीं है। आगे बढ़ने पर मिली सीता देवी का कहना था कि जो भी जीत जाता है, सब अपना अपना देखते हैं। कोई भी गांव के विकास के बारे में नहीें सोचता है। सरिता देवी बोल उठी, हमारे पड़ोस की ही महिला चुनाव लड़ रही है, उसके लिए आना पड़ा।

पंचायत चुनाव के पहले चरण की यह तस्वीरें महिलाओं की सहभागिता की महज बानगी है। पहले चरण में कर्नलगंज तहसील के चार ब्लॉकों में कुल 5 लाख 93 हजार मतदाताओं में से करीब ढाई लाख महिला मतदाता है। महिलाएं घर की दहलीज को पार करके मतदान करने पो¨लग स्टेशनों तक पहुंची। महिलाओं के लिए मतदान का पर्व किसी उत्सव से कम नहीं था। वह एक साथ घरों से निकली। खेतों की पगडंडी से होते हुए वोट डालने पहुंची मतदाताओं के चेहरे पर उत्साह दिखा। जिन इलाकों में महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में थी, उस इलाके की महिलाओं में मतदान को लेकर खास उत्साह दिखा। हालांकि इनकी सोच अलग थी। किसी ने सबसे पहले सुबह सुबह ही मतदान करना उचित समझा तो कई ने पहले घर का काम निपटाया, उसके बाद वह वोट डालने निकली।

बेटियों ने भी बढ़ाए कदम

- पंचायत चुनाव में बेटियों ने भी इस बार आगे बढ़कर सहभागिता दर्ज कराई। प्रानपती स्कूल में पढ़ने वाली मंशा मिश्रा का कहना है कि वह पहली बार वोट डालने जब पहुंची तो उसे यह अहसास हुआ कि उसका भी कोई अधिकार है। रजनी, संगीता, सुनीता का कहना था कि आज का दिन उनके लिए महत्वपूर्ण है। वह अपनी सहेलियों के साथ वोट डालने आई है। सभी के चेहरों पर चमक थी।

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