अस्पताल में भरा पानी, मरीजों का इलाज हो रहा बाहर

जागरण संवाददाता दुल्लहपुर (गाजीपुर) क्षेत्र में बरसात शुरू होते ही स्वास्थ्य विभाग की पोल खुलने लगी है। अस्पताल में पानी भरने पर चिकित्सक बाहर बैठकर मरीजों का इलाज करने को विवश हैं। जब स्वास्थ्य विभाग अपने कर्मचारियों के लिए सुविधा नहीं दे पा रहा तो आम लोगों के लिए क्या व्यवस्था करेगा। जनपद के अंतिम छोर पर स्थित नया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र धर्मागतपुर बरसात के दिनों में झरने में तब्दील हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Jul 2020 06:59 PM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2020 06:59 PM (IST)
अस्पताल में भरा पानी, मरीजों का इलाज हो रहा बाहर
अस्पताल में भरा पानी, मरीजों का इलाज हो रहा बाहर

फोटो-18सी।

जागरण संवाददाता, दुल्लहपुर (गाजीपुर) : क्षेत्र में बरसात शुरू होते ही स्वास्थ्य विभाग की पोल खुलने लगी है। अस्पताल में पानी भरने पर चिकित्सक बाहर बैठकर मरीजों का इलाज करने को विवश हैं। जब स्वास्थ्य विभाग अपने कर्मचारियों के लिए सुविधा नहीं दे पा रहा तो आम लोगों के लिए क्या व्यवस्था करेगा। जनपद के अंतिम छोर पर स्थित नया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र धर्मागतपुर बरसात के दिनों में झरने में तब्दील हो गया है।

सभी कमरों में पानी भर गया है। चिकित्सक अस्पताल के बाहर बैठकर इलाज कर रहे हैं। लेबर रूम में भी पानी भर गया है। इसके चलते प्रसव में काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। चिकित्सा कर्मियों ने बताया कि कई वर्षों से बरसात होते ही अस्पताल का छत टपकने लगता है। पहले तो कुछ ही कमरे टपकते थे लेकिन अब पूरा अस्पताल टपक रहा है। स्टोर रूम भी इससे अछूता नहीं है। दवा खराब होने की आशंका बढ़ गई है। छत टपकने से अंडर ग्राउंड वायरिग खराब होने का डर है। दीवारों में करंट भी उतर सकता है। स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि छत टपकने की जानकारी कई बार लिखित से सीएमओ को दी गई लेकिन अब तक केवल आश्वासन ही मिला। अस्पताल की रंगाई हर साल कराई जाती है। पिछले आठ माह से अस्पताल में फार्मासिस्ट की भी तैनाती नहीं है। समस्याओं को दूर करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उदासीन बने हैं।

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