शुद्ध पेयजल के नाम पर हो रही पानी की बर्बादी

मुहम्मदाबाद (गाजीपुर) नगर ही नहीं गांवों में भी जगह जगह आरओ प्लांट लगाकर शुद्ध पेयजल तैयार करने के नाम पर पानी की जमकर बर्बादी हो रही है। अगर ऐसा ही रहा तो आने वाले समय में लोगों को जल संकट का सामना करना पड़ेगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 20 Apr 2019 05:28 PM (IST) Updated:Sat, 20 Apr 2019 05:28 PM (IST)
शुद्ध पेयजल के नाम पर हो रही पानी की बर्बादी
शुद्ध पेयजल के नाम पर हो रही पानी की बर्बादी

जासं, मुहम्मदाबाद (गाजीपुर) : नगर ही नहीं गांवों में भी जगह-जगह आरओ प्लांट लगाकर शुद्ध पेयजल तैयार करने के नाम पर पानी की जमकर बर्बादी हो रही है। अगर ऐसे ही चलता रहा तो आने वाले समय में लोगों को जल संकट का सामना करना पड़ेगा। नगर सहित ग्रामीण इलाकों में शुद्ध पेयजल का प्रयोग व्यापक पैमाने पर शुरू किया गया है। कस्बा में करीब 30 से 35 जगहों पर बड़ी-बड़ी आरओ मशीन लगाकर मिनरल पानी बड़े बोतलों (जार) के अलावा पाउच में भरकर खुले बाजार में बेचा जा रहा है। इस धंधा को चलाने के लिए संबंधित विभागों से किसी तरह का कोई लाइसेंस नहीं लिया गया है। इसके अलावा अधिकतर संचालक अवैध विद्युत का भी उपभोग कर रहे हैं। वहीं आरओ से पानी तैयार में काफी मात्रा में पेयजल बर्बाद हो रहा है। एक बोतल आरओ पानी तैयार करने में करीब चार बोतल पानी बेकार होकर नाली में बह जा रहा है। जिन मोहल्लों में आरओ प्लांट लगाकर शुद्ध पेयजल बनाने का गोरखधंधा चल रहा है उसके अगल-बगल के हैंडपंप संचालक भी पूरी तरह से परेशान हो जा रहे हैं। आरओ प्लांट संचालक जब अपना सबमर्सिबल पंप चालू करते हैं तो हैंडपंप पानी छोड़ना शुरू कर दे रहे हैं। लोगों में चर्चा है कि अगर इस दुरुपयोग पर रोक नहीं लगायी गई तो आने वाले समय इस इलाके में भी पेयजल का संकट पैदा हो जायेगा।

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