सर्जन विहीन जिला अस्पताल में भगवान भरोसे मरीज

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By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Mar 2019 06:54 PM (IST) Updated:Mon, 25 Mar 2019 09:56 PM (IST)
सर्जन विहीन जिला अस्पताल में भगवान भरोसे मरीज
सर्जन विहीन जिला अस्पताल में भगवान भरोसे मरीज

जासं, गाजीपुर : जिले के मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के नाम पर गोराबाजार में 200 बेड का अस्पताल स्थापित कराने के साथ संचालित तो कराया गया, लेकिन आज तक सर्जन की तैनाती नहीं हो सकी। करीब डेढ़ वर्ष से चिकित्सकीय औजार जहां खराब हो रहे, वहीं मशीनों पर धूल की मोटी परत जम चुकी है। यही नहीं रेडियोलाजिस्ट की कमी से अल्ट्रासाउंड जांच पूरी तरह ठप हो चुकी है। ऐसी स्थिति में मरीजों को छोटी से सर्जरी के लिए भी अन्य जनपदों के लिए रेफर कर दिया जा रहा है। आलम यह है कि लोगों को मेडिकल जांच के लिए भी कई दिनों तक वाराणसी स्थित मंडलीय अस्पताल का चक्कर लगाना पड़ रहा है। जिला अस्पताल प्रशासन सिर्फ शासन के पास पत्र भेजने का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ ले रहा है। सबसे अधिक दिक्कत तो उन मरीजों को उठानी पड़ती जिन्हें तत्काल आपरेशन की जरूरत होती है। सर्जन विहीन इस अस्पताल से रेफर होते ही इलाज के आभाव में ही रास्ते में दम तोड़ देते हैं। यही नहीं रेडियोलाजिस्ट की कमी मरीजों के लिए काफी मुसिबत बन चुकी है। खासकर आíथक रूप से कमजोर लोगों को अल्ट्रासाउंड के लिए निजी केंद्रों पर जाने के लिए कई बार सोचना पड़ रहा है। वहीं निजी अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालकों का धंधा इन दिनों काफी फल-फूल रहा है। ----------

जनरल सर्जन के दो पद सृजित है, करीब डेढ़ वर्ष से शासन को अनगिनत बार पत्र लिखकर लोगों को हो रही दिक्कत के बारे बताया गया है। बावजूद इसके अभी तक एक भी सर्जन की तैनाती नहीं की गई। वहीं बलिया जिला अस्पताल से एक रेडियोलाजिस्ट की तैनाती जिला अस्पताल में हुई थी, लेकिन उन्होंने आज तक पदभार ग्रहण ही नहीं किया। इसकी भी सूचना शासन व जिला प्रशासन को पत्र के माध्यम से दे दी गई है। ऐसी स्थिति में मरीजों को वाराणसी स्थित मंडल अस्पताल रेफर कर दिया जाता है।- डा. एसएन प्रसाद, सीएमएस।

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