घोटालेबाज प्रभारी सीडीपीओ का हुआ स्थानांतरण

जागरण ने समाचारीय अभियान चलाते हुए प्रभारी सीडीपीओ के घोटाले को उजागर किया था।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 12 Aug 2022 06:36 PM (IST) Updated:Fri, 12 Aug 2022 06:36 PM (IST)
घोटालेबाज प्रभारी सीडीपीओ का हुआ स्थानांतरण
घोटालेबाज प्रभारी सीडीपीओ का हुआ स्थानांतरण

घोटालेबाज प्रभारी सीडीपीओ का हुआ स्थानांतरण

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : बाल विकास पुष्टाहार विभाग की शहर परियोजना में सीडीपीओ का प्रभार देख रहीं मुख्य सेविका सोना सिंह का डीपीओ ने जखनियां स्थानांतरण कर दिया। हालांकि अभी भी उनके खिलाफ जांच चल रही है। आरोप पत्र को जांच समिति के समक्ष रखने के पश्चात उसे निदेशालय भेजा जाएगा, जिसके निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। जागरण ने समाचारीय अभियान चलाते हुए प्रभारी सीडीपीओ के घोटाले को उजागर किया था। जिसका संज्ञान लेते हुए डीएम ने जांच बैठाई है। इससे संबंधितों में खलबली मची हुई है।

प्रभारी सीडीपीओ के खिलाफ वाट्सएप पर मैसेज कर कार्यालय के बाबू की शादी के लिए 123 आंगनबाड़ी केंद्र से दो-दो पैकेट दाल व रिफाइंड मांगने सहित कई अन्य आरोप है। इस मामले को दैनिक जागरण ने उजागर करते हुए बीते सात अगस्त के अंक में पेज नंबर पांच पर बाबू की शादी के लिए सीडीपीओ खा गई कई क्विंटल दाल व रिफाइंड शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी, जिसका डीएम ने संज्ञान लेते हुए जांच का निर्देश दिया। इसके बाद जागरण ने पड़ताल करते हुए खबर को प्रमुखता से प्रकाशित करता है। अपनी गर्दन फंसती देख प्रभारी सीडीपीओ सोना सिंह ने आंगनबाड़ियों को डरा-सहमा कर सादे पेपर पर हस्ताक्षर कराने लगीं। हालांकि वह अपनी मंशा में कामयाब नहीं हो सकीं और गुरुवार की शाम डीपीओ ने तत्काल प्रभाव से उन्हें कार्यमुक्त कर दिया और जखनियां विकास खंड के कार्यों में सहयोग का आदेश दिया है। पत्र जारी करने के समय से ही इसके अनुपालन का भी निर्देश दिया है।

डायरेक्टर ने मांगा ब्योरा

: प्रभारी सीडीपीओ के खिलाफ लगातार चल रहे अभियान को बाल विकास पुष्टाहार विभाग के डायरेक्टर ने संज्ञान लेते हुए प्रभारी सीडीपीओ से संबंधित सभी ब्योरा मांगा है। सीडीपीओ का स्थानांतरण अभी प्राथमिक कार्रवाई है। अभी भी उनके खिलाफ जांच चल रही है। डीपीओ डीके पांडेय ने बताया कि निदेशालय को आरोप पत्र भेजने के साथ ही प्रभारी सीडीपीओ से भी उनका स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। इसके बाद निदेशालय के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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