15 संदिग्धों का स्वैब जांच के लिए भेजा

जासं गाजीपुर स्वास्थ्य विभाग के सर्वे टीम द्वारा चिन्हित 15 संदिग्धों का स्वैब जांच के लिए भेजा गया। साथ ही शहर व दिलदारनगर स्थित हॉटस्पाट एरिया में रहने वाले लोगों की सुबह-शाम जांच कर रिपोर्ट शासन को मुहैया कराई जा रही है। इसके अलावा कासिमाबाद राजकोट से आए 179 लोगों के स्वास्थ्य की जांच करने के साथ उन्हें होम क्वारंटाइन कर दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 May 2020 04:45 PM (IST) Updated:Wed, 06 May 2020 04:45 PM (IST)
15 संदिग्धों का स्वैब जांच के लिए भेजा
15 संदिग्धों का स्वैब जांच के लिए भेजा

जासं, गाजीपुर : स्वास्थ्य विभाग के सर्वे टीम द्वारा चिन्हित 15 संदिग्धों का स्वैब जांच के लिए भेजा गया। साथ ही शहर व दिलदारनगर स्थित हॉटस्पाट एरिया में रहने वाले लोगों की सुबह-शाम जांच कर रिपोर्ट शासन को मुहैया कराई जा रही है। इसके अलावा कासिमाबाद राजकोट से आए 179 लोगों के स्वास्थ्य की जांच करने के साथ उन्हें होम क्वारंटाइन कर दिया गया।

कोरोना संक्रमण फैलाव पर अंकुश लगाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग की गठित सर्वे टीम लगातार हॉटस्पाट एरिया व होम क्वारंटाइन किए गए लोगों के स्वास्थ्य की जांच करने में जुटी है। साथ ही किसी को सर्दी, खांसी व बुखार की दिक्कत आने पर तत्काल उन्हें जिला मुख्यालय अस्थाई बनाए गए सेंटरों पर क्वारंटाइन किया जा रहा है, जिससे महामारी से निपटा जा सके। कासिमाबाद : क्षेत्र के कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल बड़ौरा में बने क्वारंटाइन सेंटर में राजकोट से 179 लोग रोडवेज बस से पहुंचे। इसमें बच्चे व महिलाएं भी शामिल थीं। सीएचसी अधीक्षक डा. राजेश कुमार व उनकी टीम ने सभी के स्वास्थ्य की जांच काउंसलिग भी की। एसडीएम रमेश मौर्य ने बताया कि बाहर से आए सभी लोग 21 दिनों तक घर में रहेंगे। इस बीच अगर सर्दी, जुकाम व बुखार की शिकायत होती है तो वे तत्काल स्वास्थ्य कर्मियों को सूचित करें। तहसीलदार डा. विराग पांडेय, नायब तहसीलदार चंद्रशेखर वर्मा, प्रबंधक मनोज सिंह, नेहा यादव, डा. अमित कुमार, चितरंजन चौहान, प्रिया शर्मा, जितेंद्र यादव व उप निरीक्षक एके ओझा मौजूद थे। ------------

समिति के निर्देशों को नहीं मानने पर दर्ज होगा मुकदमा

मरदह : स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में कासिमाबद एसडीएम रमेश मौर्य ने आशा कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया कि गांव में बाहर से आ रहे लोगों को होम क्वारंटाइन किया जाए। इसके लिए ग्राम पंचायत स्तर पर निगरानी समिति गठित की गई है, जिसमें ग्राम प्रधान, आशा कार्यकर्ता एवं चौकीदार को शामिल किया गया है। यह लोग सभी को सचेत एवं जागरूक करेंगे। इस समिति के लोग गांव में बाहर से आए प्रत्येक व्यक्ति को उनके घर में होम क्वारंटाइन करेंगे। साथ ही प्रत्येक तीसरे दिन आशा कार्यकर्ता उनके घर पहुंचकर स्वास्थ्य की जांच करेंगी। ग्राम पंचायत निगरानी समिति के निर्देशों को नहीं मानने वाले लोगों के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया जाए।

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