गबन की पांच माह बाद भी जांच शुरू नहीं, फाइल बस्ते में कैद

जासं गाजीपुर कासिमाबाद ब्लाक के गंगौली गांव में विकास कार्य के नाम पर हुई धांधली व लाखों रुपये गबन के आरोप की जांच पांच माह गुजर जाने के बाद शुरू नहीं हो पाई है। वहीं नामित जांच अधिकारी के पास फाइल जस की तस पड़ी हुई है जबकि ग्रामीण जांच के लिए उच्चाधिकारियों के कार्यालयों का चक्कर काटने को विवश हैं। यही नहीं जनसुनवाई पोर्टल पर स्थिति जस की तस बनी रहने से उनका आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Mar 2019 07:52 PM (IST) Updated:Fri, 22 Mar 2019 07:52 PM (IST)
गबन की पांच माह बाद भी जांच शुरू नहीं, फाइल बस्ते में कैद
गबन की पांच माह बाद भी जांच शुरू नहीं, फाइल बस्ते में कैद

जासं, गाजीपुर : कासिमाबाद ब्लाक के गंगौली गांव में विकास कार्य के नाम पर हुई धांधली व लाखों रुपये गबन के आरोप की जांच पांच माह गुजर जाने के बाद भी शुरू नहीं हो पाई है। वहीं नामित जांच अधिकारी के पास फाइल जस की तस पड़ी हुई है जबकि ग्रामीण जांच के लिए उच्चाधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर काटने को विवश हैं। यही नहीं जनसुनवाई पोर्टल पर स्थिति जस की तस बनी रहने से उनका आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

गांव के फिरोज अहमद ने बीते अक्टूबर माह में जिलाधिकारी के. बालाजी को पत्र देकर आरोप लगाया था कि गांव में हुए विकास कार्य में जहां धांधली की गई है वहीं सदस्यों का फर्जी हस्ताक्षर बनाकर लाखों रुपये उतार लिए गए। मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने बीते 22 अक्टूबर को आवश्यक कार्रवाई के लिए मुख्य विकास अधिकारी को सौंप दिया। मुख्य विकास अधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को जांच कराकर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। साथ ही शिकायत की जांच पूर्ण करने के लिए बीते 21 नवंबर की तिथि भी निर्धारित कर दी गई। बावजूद इसे पूर्ण करना तो दूर जांच ही शुरू नहीं हो पाई है। शिकायतकर्ता के नेतृत्व में पहुंचे ग्रामीणों ने बीते 18 मार्च को डीएम से मिलकर जांच कर कार्रवाई करने की मांग की। इस संबंध में डीपीआरओ लालजी दुबे ने बताया कि कुछ दिन पूर्व नामित जांच अधिकारी को स्मृति-पत्र भेजा गया था। इसके बाद उनके द्वारा जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंप दी जाएगी।

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