किसानों ने विद्यालय में पशुओं को कैद कर जताया विरोध

जागरण संवाददाता करीमुद्दीनपुर (गाजीपुर) आश्रय स्थल करीमुद्दीनपुर के कर्मचारी बेसहारा पशुओं को रखने से इंकार कर दिए। इससे आक्रोशित किसानों ने गुरुवार को दोपहर प्राथमिक विद्यालय लट्ठूडीह में पशुओं को कैद कर दिया। पुलिस प्रशासन व विभागीय अधिकारियों को सूचना देने के बावजूद मौके पर कोई नहीं पहुंचा। देर शाम तक पशु भूख-प्यास से तड़पते रहे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Jan 2020 06:11 PM (IST) Updated:Thu, 16 Jan 2020 06:11 PM (IST)
किसानों ने विद्यालय में पशुओं को कैद कर जताया विरोध
किसानों ने विद्यालय में पशुओं को कैद कर जताया विरोध

जागरण संवाददाता, करीमुद्दीनपुर (गाजीपुर) : आश्रय स्थल करीमुद्दीनपुर के कर्मचारी ने बेसहारा पशुओं को रखने से इंकार कर दिया। इससे आक्रोशित किसानों ने गुरुवार को दोपहर प्राथमिक विद्यालय लट्ठूडीह में पशुओं को कैद कर दिया। पुलिस प्रशासन व विभागीय अधिकारियों को सूचना देने के बावजूद मौके पर कोई नहीं पहुंचा। देर शाम तक पशु भूख-प्यास से तड़पते रहे।

क्षेत्र के किसान सुबह करीब दर्जन भर पशुओं को सिवान से पकड़कर करीमुद्दीनपुर स्थित आश्रय स्थल पर छोड़ने के लिए पहुंचे। वहां के कर्मचारी ने पशुओं को रखने से इंकार कर दिया। कहा गया कि एसडीएम से स्वीकृत कराकर लाइए। इतना सुनते ही किसान आक्रोशित हो गए और प्राथमिक विद्यालय में पशुओं को बंद कर दिया। घटना तब हुई जिस दौरान बच्चे दोपहर का भोजन कर रहे थे। प्रधानाध्यापक इस्तेखार अहमद ने इसकी जानकारी एसडीएम व थानाध्यक्ष के अलावा विभागीय अधिकारी को भी दी। अधिकारियों की उदासीनता के चलते पशु देर शाम तक विद्यालय में पड़े रहे। किसानों का कहना है कि बेसहारा पशु फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। शिकायत के बावजूद अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। इधर, प्रधानाध्यापक ने बताया कि पशुओं के परिसर में बांधे जाने से बच्चों की पढ़ाई बाधित होगी। एबीएसए श्रवण कुमार ओझा ने बताया कि थाना पर इसकी सूचना दी गई। बच्चों की सवा दो बजे छुट्टी हो गई।

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