सहभोज में सबकी सहभागिता, ¨हदू धर्म के प्रति आस्था

प्रार्थना सभा के संचालक फरार, समझाया गया ¨हदू धर्म का महत्व हथौड़ा, अलीमापुर, महमूदपुर समेत कई प्रार्थना स्थल पर सन्नाटा बजरंग दल की ओर से गोरखा गांव में सहभोज कार्यक्रम

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Nov 2018 06:29 PM (IST) Updated:Thu, 22 Nov 2018 06:29 PM (IST)
सहभोज में सबकी सहभागिता, ¨हदू धर्म के प्रति आस्था
सहभोज में सबकी सहभागिता, ¨हदू धर्म के प्रति आस्था

जासं, खानपुर (गाजीपुर) : बजरंग दल की ओर से गोरखा व पखरौली गांव में गुरुवार को सहभोज कार्यक्रम हुआ। ईसाई से पुन: अपने ¨हदू धर्म में वापसी करने वाले लोगों के साथ सहभोज के रूप में खिचड़ी ग्रहणकर अपने धर्म के प्रति आस्था जताई गई। एकल विद्यालय की तरफ से तेलियानी में गोष्ठी आयोजित कर वनवासी व अनुसूचित जाति के लोगों को ¨हदू धर्म का महत्व समझाया गया।

गोष्ठी को संबोधित करते हुए संघ द्वारा संचालित एकल विद्यालय के जिला प्रभारी राजन यादव ने कहा कि ¨हदू धर्म दुनिया का सबसे सहिष्णु धर्म है। हर देश में हमारे धर्म के मानने वाले मिलते हैं। ऐसे में अपना धर्म छोड़कर किसी के बहकावे या प्रलोभन में दूसरा धर्म स्वीकार करना गलत है। उन्होंने ¨हदू धर्म के देवी-देवताओं व इतिहास पर प्रकाश डाला। भाजपा के मंडल अध्यक्ष ओमप्रकाश पाठक के पखरौली स्थित आवास पर सहभोज में तमाम लोगों की सहभागता रही। नंदलाल राम, लल्ली देवी, अंजना देवी, राकेश राम, शशिकला, रामलगन व किरन देवी को मंडल अध्यक्ष ने अपने हाथों से खिचड़ी परसा। मंडल अध्यक्ष ने कहा कि ¨हदू धर्म से भटके लोगों के लिए सहभोज का आयोजन कर अपने धर्म पर चर्चा करते हुए उनमें आस्था जगाई जाती है। खिचड़ी दो परिवारों के मिलन की गवाही होती है। दो ऋतुओं के मिलन पर भी खिचड़ी मनाई जाएगी। इसी क्रम में बजरंग दल के संच प्रभारी जयप्रकाश ¨सह के नेतृत्व में गोरखा गांव में सहभोज का आयोजन किया गया, जिसमें सभी जाति के लोगों ने एक साथ बैठकर भोजन ग्रहण किया। भवानी ¨सह, संतोष यादव, राकेश विश्वकर्मा, विवेक ¨सह आदि मौजूद थे।

--- अन्यत्र चले गए हैं ईसाई धर्म के प्रचारक

स्थानीय थाना क्षेत्र में स्थित प्रार्थनासभा स्थलों पर सन्नाटा छाया रहा। हथौड़ा, अलीमापुर, महमूदपुर, सोनियापार, बिझवल, नायकडीह, सैंचपुर स्थित प्रार्थनासभा स्थलों पर ताला जड़ा मिला। कमरों के टंगे ईसाई धर्म के फोटो भी हटा दिए गए हैं। इसाई धर्म प्रचारकों को मिशनरियों द्वारा यहां से अन्यत्र भेज दिया गया है। गुरुवार को होने वाले प्रार्थनासभा में शामिल होने के लिए कुछ अनभिज्ञ महिलाएं पहुंची थीं। केंद्र के बंद होने की जानकारी होने पर उदास दिखीं। प्रशासन व संगठनों की नजर अभी भी केंद्रों पर बनी हुई है। क्षत्रिय महासभा के ब्लाक सैदपुर के संयोजक मनीष ¨सह आज पूरे दिन प्रार्थनासभा केंद्रों के चक्कर काटते रहे। 

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