पुण्यतिथि पर याद किए गए कामरेड सरजू पांडेय

गाजीपुर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा रविवार को सरजू पांडेय पार्क में कामरेड सरजू पांडेय की 30वीं पुण्यतिथि मनाई गई। उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित की गई। वक्ताओं ने कहा कि सरजू पांडेय अंग्रेजी दास्ता की बेड़ियों को तोड़ने के लिए स्वतंत्रता आंदोलन में देश भक्ति की भावना से ओत-प्रोत होकर कूद पड़े थे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Aug 2019 10:51 PM (IST) Updated:Sun, 25 Aug 2019 10:51 PM (IST)
पुण्यतिथि पर याद किए गए कामरेड सरजू पांडेय
पुण्यतिथि पर याद किए गए कामरेड सरजू पांडेय

जासं, गाजीपुर : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा रविवार को सरजू पांडेय पार्क में कामरेड सरजू पांडेय की 30वीं पुण्यतिथि श्रद्धांजलि सभा के रूप में मनाई गई। उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस दौरान तमाम गणमान्य नागरिक, विभिन्न राजनीतिक दल के लोग, सामाजिक कार्यकर्ता ने श्रद्धांजलि अर्पित की।

वक्ताओं ने कहा कि सरजू पांडेय अंग्रेजी दास्ता की बेड़ियों को तोड़ने के लिए स्वतंत्रता आंदोलन में देश भक्ति की भावना से ओत-प्रोत होकर कूद पड़े थे। 15 अगस्त 1942 को हजारों की हुजूम के साथ कासिमाबाद थाना फूंक कर तिरंगा फहरा दिया था। आजादी के बाद जमींदारी उन्मूलन एवं सामंती उत्पीड़न के विरुद्ध संघर्ष किया। इनके पीछे उत्पीड़ित, शोषित जनता लामबंद हो गई थी। ये अपने दौर के बेमिसाल नेता रहे। बेदाग चरित्र चमकदार दामन था। सबसे बड़ी बात तो यह थी कि राजनीति को नि:स्वार्थ भाव से त्याग, तपस्या, समाजसेवा का क्षेत्र का मानते थे। अपने संघर्षों से इतना लोकप्रिय हुए कि विधायक व सांसद का चुनाव एक साथ ही जीत गए। उनके दिखाए मार्ग पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। विश्वमोहन शर्मा, रामप्यारे राम, मोती प्रधान, सौरभ पांडेय, अमेरिका सिंह यादव, सुरेंद्र राम आदि थे। अध्यक्षता रामलाल पांडेय व संचालन जनार्दन राम ने किया।

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