बीएसएफ जवान का शव गांव पहुंचते ही मचा कोहराम

जागरण संवाददाता भांवरकोल (गाजीपुर) : थाना क्षेत्र के टीकापुर गांव में शुक्रवार को सीमा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Aug 2018 10:23 PM (IST) Updated:Fri, 03 Aug 2018 10:23 PM (IST)
बीएसएफ जवान का शव गांव पहुंचते ही मचा कोहराम
बीएसएफ जवान का शव गांव पहुंचते ही मचा कोहराम

जागरण संवाददाता भांवरकोल (गाजीपुर) : थाना क्षेत्र के टीकापुर गांव में शुक्रवार को सीमा सुरक्षा बल के हेडकांस्टेबल सुरेंद्र यादव (46) का शव पहुंचते ही कोहराम मच गया। ताबूत को कंधे पर देखते ही मां समुद्री देवी व पत्नी मरछिया देवी दहाड़े मारकर रोने लगी। पैतृक आवास पर लगभग दो घंटे पार्थिव शरीर को रखा गया था। इसके बाद अंतिम सलामी देने के बाद कोटवां गंगा घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि बड़े पुत्र नरेंद्र यादव ने दी।

टीकापुर गांव निवासी सुरेंद्र यादव 1990 में बीएसएफ में भर्ती हुए। वर्तमान समय में वे श्रीनगर के नौगांव में हेडकांस्टेबल के पद पर तैनात थे। तीन दिन पूर्व उन्हें ब्रेन हैमरेज हुआ। साथी उन्हें लेकर चिकित्सक के यहां गए लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया। सुरेंद्र के मौत की खबर बीएसएफ के अधिकारियों ने घरवालों को दी तो घर में मातम छा गया। परिवार के लोग श्रीनगर के लिए रवाना हुए। कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद बीएसएफ के जवान शव लेकर शुक्रवार को गांव पहुंचे। सुरेंद्र दो भाइयों में छोटा थे। बड़े भाई राजेंद्र यादव सीमा सुरक्षा बल उत्तरी बंगाल के किशनगंज में एसआई के पद पर तैनात हैं। अपने पीछे दो पुत्र और तीन पुत्रियां छोड़ गए हैं सुरेंद्र

हेडकांस्टेबल सुरेंद्र यादव अपने पीछे पिता-माता भाई के अलावा पत्नी, दो पुत्र नरेन्द्र व नितेश तथा तीन पुत्रियां नीलम, नीतू और अंशुका भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं। बड़ी पुत्री नीलम की शादी हो चुकी है, जबकि अन्य अविवाहित हैं।

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