रथयात्रा की अनुमति नहीं मिलने पर मंदिर में भजन-कीर्तन

पुलिस प्रशासन की ओर से रथयात्रा निकाले जाने की अनुम।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 06:24 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 10:03 PM (IST)
रथयात्रा की अनुमति नहीं मिलने पर मंदिर में भजन-कीर्तन
रथयात्रा की अनुमति नहीं मिलने पर मंदिर में भजन-कीर्तन

जागरण संवाददाता, मुहम्मदाबाद (गाजीपुर) : पुलिस प्रशासन की ओर से रथयात्रा निकाले जाने की अनुमति न मिलने पर भक्तों ने मंगलवार को अग्रवाल टोली स्थित श्रीराधाकृष्ण मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन कर कार्यक्रम संपन्न किया। कोरोना से बचाव के उद्देश्य से ऐसा किया गया है।

करीब पांच दशक से नगर के अग्रवाल टोली मंदिर परिसर से शयन एकदशी के मौके पर रथयात्रा निकालकर मंदिर में विराजमान ठाकुरजी को नगर के ईदगाह रोड से शाहनिन्दा, छतरधारी मोड़ होते मंदिर तक भ्रमण कराया जाता था। रथयात्रा निकालने को लेकर मंदिर के पुजारी भागवत तिवारी 40 लोगों के कार्यक्रम शामिल होने की बातें कही पर जब आवेदन किए तो कोतवाली पुलिस ने अनुमति नहीं दी। इस पर भक्तों ने मंदिर परिसर में कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान पंडित रमाकांत तिवारी व शिष्य गायकों ने भजन संगीत प्रस्तुत किया। लोग मंदिर पर पहुंचकर दर्शन पूजन किए। बबलू अग्रवाल, पप्पू अग्रवाल आदि शामिल थे।

भगवान की शरण में जीव का होगा कल्याण

जागरण संवाददाता, मलसा (गाजीपुर) : राधा-माधव ट्रस्ट सब्बलपुर में बुधवार को आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में भागवताचार्य चंद्रेश महाराज ने कहा कि जीव को हमेशा सत्य का रास्ता अपनाना चाहिए। दूसरों को दुख पहुंचाने वाला व्यक्ति कभी सुखी नहीं रह सकता है। श्रीमदभागवत कथा का श्रवण करने से जीव का कल्याण होता है। पौराणिक कथा समुद्र मंथन का उल्लेख करते हुए कहा कि किसी कार्य को प्रारंभ करने से पहले अथवा किसी पदार्थ अथवा संतति को पाने की चाह इसलिए होता है कि हमें आनंद की प्राप्ति होगी, लेकिन अधिकतर मामलों में देखा जाता है कि आनंद के स्थान पर दुख और संताप ही मिलता है। समुद्र मंथन अमृत पाने के लिए किया गया लेकिन सर्वप्रथम निकला हलाहल जहर। भगवान की शरण में ही जीव का कल्याण होगा।

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