नीर निर्मल योजना के द्वितीय चरण के लिए 122 गांव चयनित

गाजीपुर : ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के तहत निर्मित व निर्माणाधीन पाइप पेयजल योजनाओं के अनुरक्षण एवं संचालन विषय पर गुरुवार को स्वामी सहजानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एक दिवसीय कार्यशालाहुई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jan 2019 05:51 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jan 2019 11:47 PM (IST)
नीर निर्मल योजना के द्वितीय चरण के लिए 122 गांव चयनित
नीर निर्मल योजना के द्वितीय चरण के लिए 122 गांव चयनित

जासं, गाजीपुर : ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के तहत निर्मित व निर्माणाधीन पाइप पेयजल योजनाओं के अनुरक्षण एवं संचालन विषय पर गुरुवार को स्वामी सहजानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एक दिवसीय कार्यशाला हुई। सीडीओ ने बताया कि नीर निर्मल परियोजना के तहत प्रथम बैच में जनपद के कुल 28 ग्राम पंचायतों का चयन किया गया जिनमें लगभग कार्य पूर्ण हो चुके हैं तथा कुछ अंतिम चरण में हैं। द्वितीय चरण में कुल 122 ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है। इन ग्रामों में चयनित सहयोगी संगठनों द्वारा ग्राम पंचायतों में जन-जागरुकता का कार्य किया जा रहा है।

मुख्य विकास अधिकारी ने पानी के महत्व पर प्रकाश डाला। दिन पर दिन पटते जा रहे तालाबों एवं अन्य जल स्त्रोतों से भूगर्भ जल रीचार्ज नहीं हो पाने पर ¨चता जताई। कहा कि इसी कारण पानी का जलस्तर लगातार नीचे जा रहा है। पहले 20-25 फिट की गहराई पर पीने योग्य पानी मिल जाता है अब इसका लेबल बढ़कर 125-130 फिट पहुंच गया है। गंगा किनारे पर 150 फीट के नीचे ही पीने लायक पानी मिल पाता है। पानी मनुष्य जीवन के लिए आवश्यक है। इसलिए पानी के प्रति लोगों को अधिक संवेदनशील होना होगा। चयनित ग्राम पंचायतों में जहां जल आपूर्ति प्रारंभ हो गयी है वहां परियोजना के संचालन एवं अनुरक्षण के लिए प्रति परिवार न्यूनतम 50 रुपये प्रति माह जल शुल्क एकत्रित किए जाने का प्राविधान है। बताया कि पेयजल योजनाओं का संचालन न अनुरक्षण ग्राम पंचायतों के स्वच्छता समिति द्वारा किया जाना है। जल निगम द्वारा नीर निर्मल परियोजना के तहत ओवरहेड टैंक के निर्माण से संबंधित सभी कार्य कार्यदायी संस्था जल निगम द्वारा संचालित किया जाना है। इसके लिए ग्राम पंचायतों में ओवरहैड टैंक निर्माण के लिए जमीन का चयन कर लिया गया है। ग्राम पंचायतों को हैंडओवर परियोजनाओं के सफल संचालन के लिए ग्राम पंचायतों का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने उपस्थित ग्राम प्रधानों से गोवंश आश्रय स्थल निर्माण के संबंध में जानकारी ली। बताया कि इसके निर्माण मनरेगा से कराया जा रहा है। भूमि के चयन की कार्रवाई हो रही है। कुछ स्थानों का चयन पूर्व मे ही कर लिया गया है। बैठक में नगर पालिका अध्यक्ष सरिता अग्रवाल, जिला विकास अधिकारी मिश्रीलाल, ग्राम प्रधान व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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