सिरदर्द बने चार बंदी गैर जेलों में स्थानांतरित

गाजीपुर : जिला जेल से नेटवर्क संचालित करने वाले चार बंदियों को गैर जनपद स्थानांतरित कर दिया गया। इनम

By Edited By: Publish:Wed, 04 Mar 2015 01:02 AM (IST) Updated:Wed, 04 Mar 2015 01:02 AM (IST)
सिरदर्द बने चार बंदी गैर जेलों में स्थानांतरित

गाजीपुर : जिला जेल से नेटवर्क संचालित करने वाले चार बंदियों को गैर जनपद स्थानांतरित कर दिया गया। इनमें से महताब को मऊ, नवल किशोर चौबे व ओमप्रकाश पांडेय को वाराणसी एवं जेल भेजा गया है। वहीं पवन राय को बुधवार को बलिया जेल भेजा जाएगा।

जेल प्रशासन व कानून व्यवस्था के लिए ये सभी सिरदर्द बने थे। पिछले साल जेल में ही रहकर उनके द्वारा बाहर हत्या कराने के मामले प्रकाश में आया था। इसके अलावा इनके खिलाफ लगातार शिकायत मिल रही थी। वे जेल से ही जनपद में लूट, हत्या, छिनैती की घटनाओं को अंजाम देने के लिए गैंग का संचालन कर रहे थे। इन सभी पर हत्या, हत्या के प्रयास सहित गंभीर धाराओं के आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। जेल अधीक्षक उमेश सिंह ने माह भर पहले ही इन्हें गैर जनपद स्थानांतरित करने के लिए जिलाधिकारी से अनुरोध किया था। इसके अलावा उन्होंने इनके खिलाफ जिन अदालतों में मुकदमें चल रहे है वहां व्यक्तिगत रुप से पैरवी कर अनुमति ली।

इसके पहले भी कई हो चुके है गैर जनपद स्थानांतरित

जिला जेल में रहकर नेटवर्क संचालित करने के मामले में कई बंदी गैर जनपद स्थानांतरित हो चुके है। उनके जाने के बाद कुछ दिनों तक सब सामान्य रहता है लेकिन फिर धीरे-धीरे जेल में रहकर हत्या, लूट व छिनैती के मामले में बंद अपराधी बाहर नेटवर्क संचालित करना शुरू कर देते है। हाल ही में हत्या के मामले में बंद एक बंदी ने जंगीपुर के एक सराफा से बीस हजार रुपये रंगदारी मांगने का मामला प्रकाश में आया था। अभी वह प्रकरण चल ही रहा था कि जिला जेल में बंद एक अपराधी ने गोरखपुर के चिकित्सक, ब्लाक प्रमुख व ईट भट्ठा संचालक से बीस लाख की रंगदारी मांगी थी। रंगदारी की रकम लेकर पीड़ित जेल पहुंचे लेकिन क्राइम ब्रांच की टीम ने छापेमारी कर रंगदारी की रकम वसूलने आए दो लोगों को दबोच लिया था जबकि एक रुपये लेकर भागने में सफल हो गया था।

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