शरीर के माध्यम से प्रवाहित ज्ञान ही सत गुरु

बहरियाबाद (गाजीपुर) : संत निरंकारी मंडल की स्थानीय शाखा की ओर से सोमवार को संत हरदेव सिंह महाराज का

By Edited By: Publish:Tue, 24 Feb 2015 01:04 AM (IST) Updated:Tue, 24 Feb 2015 01:04 AM (IST)
शरीर के माध्यम से प्रवाहित ज्ञान ही सत गुरु

बहरियाबाद (गाजीपुर) : संत निरंकारी मंडल की स्थानीय शाखा की ओर से सोमवार को संत हरदेव सिंह महाराज का 62वां जन्मदिवस गुरु पूजा दिवस के रूप में मनाया गया।

संत समागम में ब्रांच प्रमुख अमित सहाय ने कहा सतगुरु की पूजा ही सर्वोत्तम है। सतगुरु शरीर नहीं होता है। शरीर के माध्यम से जो ज्ञान प्रवाहित होता है उस ज्ञान का नाम सतगुरु है। इस दौरान पौधे रोपे गए। इस मौके पर जयराम, देवनाथ, डा. केके सिंह, गंगादीन, संजय शर्मा, शिवकुमार, सुभाषचंद्र आदि मौजूद थे। संचालन मोती यादव ने किया। जखनिया : संत निरंकारी मिशन की ओर से सत्यदेव वासुदेव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (कुड़िया) में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कल्पनाथ राम ने कहा गुरु का जीवन में बहुत बड़ा महत्व है। गुरु के आदेश का पालन करना चाहिए। शंभूनाथ यादव ने कहा गुरु हमेशा अंधकार से प्रकाश में लाते हैं। इस मौके पर डा. विसर्जन, राजदेव, राजेंद्र पांडेय, सुरेश, किरन, हरिलाल, संगीता, लालचंद्र आदि मौजूद थे। संचालन राधेश्याम मौर्य ने किया।

सत्संग की महिमा अपार

गहमर : स्थानीय गांव के निवासी सुभाष सिंह के आवास पर निरंकारी संत हरदेव सिंह महाराज का जन्म दिन श्रद्धा के साथ मनाया गया। डा. चंद्रमा ने कहा सत्संग की महिमा अपार है। भगवान श्रीराम ने वरदान के रूप में शिव जी से सत्संग ही मांगे थे। आत्मा परमात्मा का और शरीर संसार का अंश है। कार्यक्रम में निधि गुप्ता, कविता, लक्ष्मी, सोनबाला, राजदेव, सुरेंद्र, नसन खां, एसएन श्रीवास्तव आदि ने भी हिस्सा लिया। संचालन नारद ने किया।

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