मानिकपुर में पुल निर्माण की मांग

करंडा (गाजीपुर) : स्थानीय ब्लाक के मानिकपुर कलां गांव में गांगी नदी पर नौ वर्ष पहले सपा के राजस्व मं

By Edited By: Publish:Sat, 15 Nov 2014 01:00 AM (IST) Updated:Sat, 15 Nov 2014 01:00 AM (IST)
मानिकपुर में पुल निर्माण की मांग

करंडा (गाजीपुर) : स्थानीय ब्लाक के मानिकपुर कलां गांव में गांगी नदी पर नौ वर्ष पहले सपा के राजस्व मंत्री कैलाश यादव ने पुल निर्माण की आधारशिला रखी तो क्षेत्र की जनता को लगा कि अब दूरी सिमट जाएगी। सपने को पंख इसलिए लगे कि तत्कालीन सपा सरकार के मंत्री ने इसकी आधारशिला रखी थी। शासन से धन भी अवमुक्त हुआ। यह पुल मानिकपुर कोटे व वनगांवा को जोड़ता है। इस क्षेत्र के वर्तमान विधायक एवं धर्मार्थ कार्य राज्य मंत्री विजय मिश्र हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अब तो ऐसा लगता है कि पुल के लिए आंदोलन करना होगा।

पुल के अभाव में लोग नाव का सहारा लेते हैं अन्यथा वनगांवा, सबुआ होते हुए चोचकपुर होकर घर पहुंचते हैं। वनगांवा, सिसौड़ा, रेवसा, मदनही आदि गांवों के लोग ब्लाक मुख्यालय एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आने के लिए दस किमी की दूरी तय कर आते हैं। यदि पुल का निर्माण हो जाए तो यह दूरी महज तीन किमी हो जाएगी। जब इस पुल के निर्माण की आधारशिला राजस्व मंत्री कैलाश यादव ने रखी तो मानिकपुर कोटे के दो लोगों की नदी पार करते समय मौत हो गई थी।

अधिक दूरी तय करना मजबूरी

12सी: अजय कुमार सिंह।

हमें अक्सर नंदगंज जाना पड़ता है। मगर पुल न होने की वजह से यह दूरी 15 किमी तय करनी पड़ती है। पुल का निर्माण होने से काफी सहूलियत होगी। -अजय कुमार सिह।

धन व समय होता है बर्बाद

13सी: ओमप्रकाश तिवारी।

अक्सर धान खरीद के लिए रेवसा, कुसुम्ही कलां व नंदगंज जाना पड़ता है। पुल नहीं होने से धन व समय बर्बाद होता है। जल्द ही पुल का निर्माण होना चाहिए। -ओमप्रकाश तिवारी।

पुल बनने पर होगी सहूलियत

14सी: धर्मेद्र कुमार दुबे।

पुल का निर्माण होने से यहां के लोगों को सब्जीमंडी नंदगंज जाने में काफी सहूलियत होगी। अगर सब्जी की खेती का रकबा बढ़ेगा तो आमदनी भी बढ़ेगी। -धर्मेद्र कुमार दुबे।

होती है काफी परेशानी

15सी: मृत्युंजय बिंद।

प्रदेश सरकार में जनता की उम्मीद जगी है। जब पुल का शिलान्यास तब प्रदेश में सपा की सरकार थी। ब्लाक मुख्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व नंदगंज जाने की आसानी हो जाएगी। आवागमन में काफी परेशानी होती है। - मृत्युंजय बिंद।

चक्कर लगाते पहुंचते हैं गांव

16सी: हरगेन यादव।

पुल नहीं बनने से काफी परेशानी होती है। वनगांवा जाने के लिए महज 600 मीटर की दूरी है। हम लोगों को इसके लिए आठ किमी का चक्कर लगाकर पहुंचना पड़ता है। - हरगेन यादव।

chat bot
आपका साथी