शायरों ने बांधा समा, झूमे श्रोता
गाजीपुर : एमएएच इंटर कालेज में शनिवार की रात हुए मुशायरा एवं कवि सम्मेलन में शायरों ने समां बांध दिय
गाजीपुर : एमएएच इंटर कालेज में शनिवार की रात हुए मुशायरा एवं कवि सम्मेलन में शायरों ने समां बांध दिया। लोग एक-एक शेर पर झूमते दिखे। इस मौके सिंचाई एवं लोक निर्माण मंत्री शिवपाल यादव ने विद्यालय को सर सैय्यद अहमद खां की याद में आडिटोरियम बनवाने का तोहफा दिया तो उपस्थित जनसमूह खुशी से झूम उठा।
मंत्री शिवपाल ने कहा कि सांप्रदायिक ताकतों ने मिलकर कई बार गंगा-जमुनी तहजीब को तोड़ने का प्रयास किया लेकिन कामयाबी नहीं मिली। गाजीपुर की धरती पर जन्मे लोगों ने देश की आजादी से लेकर तरक्की में बड़ा योगदान किया है। अध्यक्षता करते हुए पदमश्री प्रो. अनवारूल हक ने कार्यक्रम की सराहना की। इस दौरान पर्यटन मंत्री ओमप्रकाश सिंह, पंचायत राज मंत्री कैलाश यादव, धर्मार्थ कार्य मंत्री विजय मिश्र मौजूद रहे। कालेज के प्रधानाचार्य खालिद अमीर ने जनपद के ऐतिहासिक स्थानों का वर्णन करते हुए प्रमुख व्यक्तियों का जिक्र किया। इससे पूर्व विद्यालय के प्रबंधक हाजी वारिस हसन खां एवं जिला जज शमशाद अहमद ने मेहमानों को स्मृति चिह्न दिया। इस दौरान न्यायमूर्ति मुहम्मद ताहिर को गेस्ट आफ आनर दिया गया।
रात ढलने के साथ शबाब पर चढ़ती रही महफिल
रात ढलने के साथ मुशायरा अपने शबाब पर चढ़ता रहा। कमल हातवी ने नात पेश की। उनके इस शेर पर 'हवा से कह दो कि खुद को आजमा के दिखा, बहुत चिराग बुझाती है एक जला के दिखा' पर लोग अपने को दाद देने से नहीं रोक सके। डा. मुनव्वर राना 'न जाने कौन सा चश्मा मेरा अम्मा लगाती हैं, जिधर से भी वो देखे मैं कमजोर दिखता हूं', डा. राहत इंदौरी 'फैसला जो भी होगा अब यहीं पर होगा, मुझसे दूसरी कोई हिजरत नहीं होने वाली', डा. वसीम बरेलवी ने लोगों को झूमने वर मजबूर कर दिया। इसकेअलावा शबीना अदीब, नईम अख्तर, सुनील जोगी, नुजहत परवीन, डा. सर्वेश अस्थाना, शमीय अहमद, मंजू कुमारी, निर्मल लखनवी, जौहर क ानपुरी आदि ने शेर सुना की खूब वाहवाही लूटी।