शिव की पूजा से अखंड सौभाग्य की होगी प्राप्ति: राजेंद्र प्रसाद

जागरण संवाददाता साहिबाबाद हरियाली तीज मनाने के लिए ट्रांस हिंडन में महिलाओं ने तैयारी प

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Jul 2020 08:26 PM (IST) Updated:Wed, 22 Jul 2020 08:26 PM (IST)
शिव की पूजा से अखंड सौभाग्य की होगी प्राप्ति: राजेंद्र प्रसाद
शिव की पूजा से अखंड सौभाग्य की होगी प्राप्ति: राजेंद्र प्रसाद

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद :

हरियाली तीज मनाने के लिए ट्रांस हिंडन में महिलाओं ने तैयारी पूरी कर ली है। महिलाएं श्रृंगार कर अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए विधि विधान से भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा करेंगी। इसके बाद महिलाएं ऑनलाइन तीज मनाएंगी, जिसमें गीत संगीत, नृत्य के साथ राखी बनाने, मेंहदी लगाने और पहनावे को लेकर प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी।

ट्रांस हिडन में महिलाओं ने हरियाली तीज की तैयारी के लिए बुधवार को हाथों में मेंहदी रचाई। वहीं, बृहस्पतिवार को हरियाली तीज पर मेंहदी लगाने की प्रतियोगिता है। दर्जनों महिलाओं ने खुद ही अपने एक हाथ में मेंहदी लगवाई और उसकी वीडियो बनाई, जिससे वह बृहस्पतिवार को मेंहदी प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर दावा कर सकें कि उन्होंने सबसे अच्छी मेंहदी लगाई। वहीं, महिलाओं ने 16 श्रृंगार करने के लिए भी खरीदारी की। लोगों ने मिठाई की दुकानों के घेवर की भी खरीदारी की। अखंड सौभाग्य के लिए करेंगी पूजा: कोरोना वायरस से फैली महामारी के चलते महिलाएं इस बार मंदिर में पूजा या पार्को में एकत्र होकर सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं करेंगी। बृहस्पतिवार सुबह सूर्योदय से लेकर शाम 5:30 बजे तक पूजा पाठ करने का शुभ मुहूर्त है। महिलाएं गौरी शंकर की पूजा कर अखंड सौभाग्यवती होने की कामना करेंगी। माता गौरी को श्रृंगार का सामान अर्पित कर घेवर व अन्य पकवानों का भोग लगाएंगी। ऑनलाइन होंगी प्रतियोगिताएं :

ट्रांस हिडन में कोरोना संकट के चलते महिलाओं ने ऑनलाइन कार्यक्रम करने की तैयारी की है। महिलाएं हाथ से राखी बनाएंगी, और यही राखी रक्षा बंधन पर अपने भाई के हाथ में बाधेंगी, जिनकी राखी सबसे ज्यादा होगी उन्हें विजेता चुना जाएगा। इसके साथ ही तीज क्वीन, मेंहदी, गीत संगीत, नृत्य समेत अन्य प्रतियोगिताएं होंगी। हरियाली तेज पर भगवान शिव व माता गौरी की पूजा करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। घर में ही विधि विधान से पूजा कर श्रृंगार का समान व पकवान अर्पित करें। इससे भगवान शिव प्रसन्न होंगे।

- राजेंद्र प्रसाद पांडेय, प्रधान पुजारी प्राचीन सनातन धर्म मंदिर कौशांबी

chat bot
आपका साथी